भारतीय फुटबॉल को गति देने वाली 82 वीं सीनियर नेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए 'संतोष ट्रॉफी' का आयोजन 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक रायपुर, छत्तीसगढ़ में किया जाएगा। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देश भर के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 100 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जो अपने कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
संतोष ट्रॉफी का इतिहास 1941 तक जाता है, जब इसे पहली बार ब्रिटिश राज के दौरान शुरू किया गया था। यह ट्रॉफी मणिपुर के महाराजाधिराज सर चूरचंद सिंह के व्यक्तिगत सचिव सत्य रंजन दास की याद में उनके पिता महाराजाधिराज सर मानमथा नाथ रॉय द्वारा दान की गई थी।
संतोष ट्रॉफी पिछले 82 वर्षों से भारतीय फुटबॉल को आकार दे रही है। यह युवा प्रतिभाओं को अपने कौशल को निखारने और राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में जगह बनाने का एक मंच प्रदान करता है। इस प्रतियोगिता ने सुनील छेत्री, बाईचुंग भूटिया, आर.पी. सिंह और शिबू सुकन्या जैसे कई दिग्गज खिलाड़ियों को जन्म दिया है।
इस साल की संतोष ट्रॉफी अतिरिक्त उत्साह और ऊर्जा के साथ वापस आ रही है, क्योंकि भारत 2023 फीफा महिला विश्व कप की मेजबानी करने जा रहा है। इस प्रतियोगिता से कई महिला फुटबॉल खिलाड़ियों को अपना प्रदर्शन करने और राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने का एक शानदार अवसर मिलेगा।
आइए हम इस साल की संतोष ट्रॉफी में सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दें। आशा है कि यह प्रतियोगिता भारत में फुटबॉल के विकास में एक नए युग की शुरुआत करेगी।