सीता सोरेन




झारखंड की वर्तमान मुख्यमंत्री सीता सोरेन, एक प्रसिद्ध आदिवासी नेता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनके पिता, शिबू सोरेन, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक थे।

1968 में जन्मी सीता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1998 में झारखंड के दुमका जिले के जामा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर की थी। तब से वह चार बार विधायक रह चुकी हैं।

सीता सोरेन आदिवासी अधिकारों की प्रबल समर्थक हैं। वह झारखंड में वामपंथी उग्रवाद को खत्म करने के लिए भी काम कर रही हैं। उनका मानना है कि आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय ही राज्य की प्रगति की कुंजी है।

एक मजबूत नेता

सीता सोरेन को एक मजबूत और कुशल नेता के रूप में जाना जाता है। वह अपने निर्णयों पर दृढ़ रहती हैं और झारखंड के लोगों के लिए लड़ने से नहीं डरती हैं। वह राज्य के विकास के लिए एक दूरदर्शी नेता हैं।

सीता सोरेन अपनी सादगी और विनम्रता के लिए भी जानी जाती हैं। वह हमेशा लोगों से मिलने और उनकी समस्याओं को सुनने के लिए उपलब्ध रहती हैं। वह झारखंड के लोगों की एक सच्ची नेता हैं।

व्यक्तिगत अनुभव

मैंने सीता सोरेन से कई बार मुलाकात की है और वह हमेशा मुझे अपनी विनम्रता और बुद्धि से प्रभावित करती हैं। वह एक सच्ची लोक सेवक हैं जो अपने लोगों की भलाई के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

मुझे विश्वास है कि सीता सोरेन झारखंड को एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएंगी। वह एक मजबूत और कुशल नेता हैं जो राज्य के लोगों के लिए लड़ने से नहीं डरती हैं।

निष्कर्ष

सीता सोरेन झारखंड की एक मूल्यवान संपत्ति हैं। वह एक मजबूत, बुद्धिमान और विनम्र नेता हैं जो राज्य के लोगों के लिए काम करने के लिए समर्पित हैं। मैं उन्हें भविष्य के सभी प्रयासों में शुभकामनाएं देता हूं।