सुंदर पिचाई




तकनीकी जगत के एक दिग्गज हैं सुंदर पिचाई। गूगल और उसकी पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ के रूप में, वह दुनिया के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक हैं।

तमिलनाडु के मदुरै में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे पिचाई ने अपनी प्रतिभा से पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाई है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद वह संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए और पेन्सिल्वेनिया विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।

पिचाई ने अपने करियर की शुरुआत अप्लाइड मैटेरियल्स और मैकिन्से एंड कंपनी में कंसल्टेंट के रूप में की थी। 2004 में, वह Google में शामिल हुए, जहाँ उन्होंने प्रोडक्ट मैनेजमेंट प्रभाग का नेतृत्व किया। पिचाई के नेतृत्व में ही Google Chrome को विकसित किया गया, जो आज इंटरनेट पर सबसे लोकप्रिय ब्राउज़र है।

2015 में, पिचाई को Google का सीईओ नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में, Google ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्लाउड कंप्यूटिंग और स्व-ड्राइविंग कारों जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। पिचाई के मार्गदर्शन में, Google दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक बन गई है।

पिचाई की सफलता उनके दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और नवाचार के प्रति जुनून के कारण है। वह एक ऐसे दूरदर्शी नेता हैं जो भविष्य की प्रौद्योगिकियों की कल्पना करने और उन्हें वास्तविकता में बदलने की क्षमता रखते हैं।

पिचाई के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
  • वह अपनी पत्नी अंजलि पिचाई से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर में मिले थे।
  • वह शतरंज के बहुत बड़े प्रशंसक हैं और नियमित रूप से खेलते हैं।
  • उन्हें लंबी पैदल यात्रा और क्रिकेट देखना पसंद है।
  • टाइम पत्रिका ने उन्हें 2019 में दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक नामित किया था।

पिचाई की कहानी तकनीकी उद्योग में सफलता की एक प्रेरणादायक गाथा है। वह एक ऐसे नेता हैं जो अपने असाधारण कौशल, दृढ़ संकल्प और नवाचार के जुनून के लिए जाने जाते हैं। उनकी कहानी दुनिया भर के उद्यमियों और तकनीकी विशेषज्ञों को प्रेरित करती रहेगी।