एक ऐसे युवक की यात्रा, जिसने पंजाबी संगीत उद्योग को नया आकार दिया, एक ऐसे सितारे की अचानक चमक जो बहुत जल्द ही डूब गई।
सिधू मूस वाला, जन्म शुभदीप सिंह सिद्धू, का जन्म 11 जून 1993 को पंजाब के मनसा जिले के मूसा गाँव में हुआ था। संगीत के प्रति उनके प्रेम की शुरुआत कम उम्र में ही हो गई थी, और उन्होंने पंजाबी गायक निमरत खैरा के साथ संगीत का प्रशिक्षण लिया।
सिधू का बड़ा ब्रेक 2017 में "सो हाइ" गीत से आया था, जिसने उन्हें रातोंरात सफलता दिलाई। अपने मजाकिया गीतों और आकर्षक उपस्थिति के साथ, वह जल्द ही पंजाबी संगीत का एक बड़ा नाम बन गए।
सिधू मूस वाला एक प्रतिभाशाली संगीतकार और एक विवादास्पद व्यक्ति थे। अपनी अल्प जीवनकाल में, उन्होंने पंजाबी संगीत जगत पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनकी मृत्यु से पंजाबी संस्कृति और उससे आगे के संगीत प्रेमियों के लिए एक बड़ा नुकसान हुआ।
सिधू की विरासत जटिल है। वह एक ऐसे कलाकार थे जिन्होंने सीमाओं को धकेला, लेकिन उन्होंने विवाद भी खड़ा किया। हालाँकि, उनकी प्रतिभा और करिश्मा निर्विवाद है, और वह लंबे समय तक पंजाबी संगीत के दिग्गज बने रहेंगे।
जैसे ही हम सिधू मूस वाला को याद करते हैं, हम उनके संगीत, उनकी विरासत और हिंसा की भयावह कीमत पर विचार करें।