फुटबॉल की दुनिया में दो धुरंधर देशों, स्पेन और फ्रांस, के बीच जब भी मैच होता है, तो फैंस की साँसें थम जाती हैं। दोनों टीमें विश्व फुटबॉल में अपने अद्वितीय कौशल और जज्बे के लिए जानी जाती हैं। चाहे विश्व कप हो या यूरो चैम्पियनशिप, इन दोनों दिग्गजों का आमना-सामना हमेशा यादगार साबित हुआ है।
स्पेन पिछले कुछ दशकों में शानदार फॉर्म में रहा है। वे 2010 में विश्व चैंपियन बने और 2008 और 2012 में यूरो चैंपियनशिप जीत चुके हैं। उनकी टीम में विश्व स्तरीय खिलाड़ियों का एक समूह है, जिसमें सर्जियो रामोस, जेरार्ड पिके और Sergio Busquets जैसे दिग्गज शामिल हैं।
दूसरी ओर, फ्रांस भी एक फुटबॉल पावरहाउस है। वे दो बार विश्व कप विजेता रहे हैं और 1984 और 2000 में यूरो चैंपियनशिप जीत चुके हैं। उनकी टीम में एम्बाप्पे, ग्रीज़मैन और बेन्जेमा जैसे युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं।
जब ये दोनों टीमें एक-दूसरे के सामने आती हैं, तो मैच में हमेशा चिंगारी होती है। दोनों टीमें हमलावर फ़ुटबॉल खेलती हैं और उनकी रणनीति में कौशल, रणनीति और टीम भावना का एक आदर्श मिश्रण होता है।
पिछली बार जब ये दोनों टीमें आमने-सामने हुईं, तो स्पेन ने 2021 यूरो चैंपियनशिप के फाइनल में 2-1 से जीत हासिल की थी। लेकिन फ्रांस को अपनी हार का बदला लेने का मौका मिल चुका है। 25 सितंबर, 2022 को, दोनों टीमें यूईएफए नेशंस लीग में भिड़ेंगी।
इस बार फिर से एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। स्पेन अपने खिताब की रक्षा करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा, जबकि फ्रांस विश्व चैंपियनशिप से पहले अपने फॉर्म को साबित करना चाहेगा। फैंस को इस मैच से एक बार फिर से फ़ुटबॉल की दुनिया में इतिहास बनते देखने को मिलेगा।