सुप्रीया श्रीनाटे: एक महिला, जिसने हिमालय की ऊंची चोटियों को छुआ




हिमालय की बुलंद चोटियों पर सपनों को साकार करने वाली सुप्रिया श्रीनाटे की कहानी निश्चित रूप से आपको प्रेरित करेगी। एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुप्रिया ने दृढ़ निश्चय और अथक प्रयासों से पहाड़ की चोटियों को छुआ है।

पहाड़ों का पहला प्यार

सुप्रिया का पहाड़ों से पहला प्यार बचपन में ही शुरू हो गया था। वह अपने गांव के पास छोटी-छोटी पहाड़ियों पर चढ़ना और वहां से घाटियों का नज़ारा लेना पसंद करती थी। जैसे-जैसे वह बड़ी होती गई, उसका यह प्यार और गहरा होता गया।

एवरेस्ट पर चढ़ाई

2013 में, सुप्रिया ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी, माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने का फैसला किया। यह उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा सपना था और उसने इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। कई महीनों की तैयारी और कठिन प्रशिक्षण के बाद, वह एवरेस्ट के लिए रवाना हुई।

चढ़ाई कठिन थी, लेकिन सुप्रिया ने हार नहीं मानी। वह ठंड, हवा और ऊंचाई के खतरों का सामना करती रही। आख़िरकार, 19 मई, 2013 को, वह एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच गई। वह उस पल को कभी नहीं भूलेगी जब उसने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को जीत लिया था।

अन्य पर्वतारोहण

एवरेस्ट पर चढ़ाई के बाद, सुप्रिया ने दुनिया की कई अन्य ऊंची चोटियों पर चढ़ाई की। उसने माउंट किलिमंजारो, माउंट मैकिन्ले और माउंट वेंसन सहित कई चोटियों को फतह किया है। वह हिमालय में कई अभियानों का भी नेतृत्व कर चुकी हैं।

पहाड़ों से मिले अनुभव

सुप्रिया का कहना है कि पहाड़ों से उसे बहुत कुछ मिला है। उसने साहस, लचीलापन और दृढ़ संकल्प जैसे गुण सीखे हैं। उसने खुद के बारे में और अपनी क्षमताओं के बारे में बहुत कुछ सीखा है।

उसने यह भी सीखा है कि पहाड़ कितने खतरनाक हो सकते हैं। उसने हिमालय में कई लोगों को मौत के मुंह में जाते हुए देखा है। इसने उसे जीवन के नश्वर होने की याद दिला दी है और हम सभी को हर पल की कदर करनी चाहिए।

भविष्य की योजनाएँ

सुप्रिया की भविष्य की योजनाओं में और भी कई चढ़ाई शामिल हैं। वह दुनिया की सभी सात सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ना चाहती है। वह हिमालय में महिलाओं के लिए एक पर्वतारोहण स्कूल भी शुरू करना चाहती हैं।

पहाड़ों से प्रेरणा

सुप्रिया श्रीनाटे की कहानी सभी को प्रेरित करने वाली है। वह साबित करती है कि अगर आप दृढ़ निश्चयी हैं और कड़ी मेहनत के लिए तैयार हैं, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं। वह सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हैं, यह दिखाते हुए कि वे भी कुछ भी हासिल कर सकती हैं जो पुरुष कर सकते हैं।