सब हल्‍का सा लगता है पेइल कपाडिया




पैयल कपाडिया एक भारतीय फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक हैं, जो अपनी सनसनीखेज फिल्म "ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग" के लिए जानी जाती हैं। इस फिल्म ने 2021 में लोकार्नो फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फिल्म का गोल्डन लेपर्ड का पुरस्कार जीता।

कपाडिया की फिल्में अक्सर युवा पात्रों पर केंद्रित होती हैं जो पहचान, कामुकता और स्वतंत्रता के साथ जटिल संघर्ष का सामना कर रहे होते हैं। उनकी सिनेमाई शैली अंतरंगता और यथार्थवाद द्वारा चिह्नित है।

कपाडिया का जन्म और पालन-पोषण मुंबई में हुआ। उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज से समाजशास्त्र में स्नातक किया और उसके बाद फिल्म अध्ययन में मास्टर डिग्री के लिए यूनाइटेड किंगडम चली गईं।

कपाडिया की फिल्में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी प्रशंसित रहीं हैं। "ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग" को 2021 में टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्लेटफॉर्म पुरस्कार मिला था। फिल्म को 2023 अकादमी पुरस्कारों के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में भी चुना गया था।

कपाडिया की फिल्में अक्सर युवा पात्रों पर केंद्रित होती हैं जो पहचान, कामुकता और स्वतंत्रता के साथ जटिल संघर्ष का सामना कर रहे होते हैं।
  • उनकी सिनेमाई शैली अंतरंगता और यथार्थवाद द्वारा चिह्नित है।
  • कपाडिया की फिल्में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी प्रशंसित रहीं हैं।
  • कपाडिया एक उभरती हुई प्रतिभा हैं और आने वाले फिल्म निर्माताओं के लिए एक प्रेरणा हैं। उनकी फिल्में दर्शकों को उनके द्वारा बनाए गए पात्रों के साथ जुड़ने और उनके संघर्षों का अनुभव करने के लिए मजबूर करती हैं।

    कपाडिया की भावी परियोजनाओं का बेसब्री से इंतजार है। हमें यकीन है कि वह आने वाले वर्षों में भी हमें प्रभावित करना जारी रखेंगी।