सुमित नागल: भारत का उभरता हुआ टेनिस सितारा




"भारतीय टेनिस की नई उम्मीद"
मुझे हमेशा से टेनिस से प्यार रहा है। मुझे याद है, जब मैं छोटा था, तो मैं घंटों टीवी पर रोजर फेडरर और राफेल नडाल को खेलते हुए देखता था। उनके एथलेटिकवाद और कौशल ने मुझे प्रेरित किया और मुझे खेल में खुद को आजमाने की इच्छा हुई।
कुछ समय बाद, मेरे माता-पिता ने मुझे एक टेनिस सबक के लिए साइन अप कराया। मैं तुरंत खेल के लिए एक जुनून से भर गया और कड़ी मेहनत और लगन के साथ अभ्यास करना शुरू कर दिया।
साल बीतते गए और मैं एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी के रूप में उभरा। मैं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने लगा और धीरे-धीरे रैंकिंग में ऊपर चढ़ता गया। मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि 2019 में विंबलडन जूनियर चैंपियनशिप जीतना था, जो एक जूनियर ग्रैंड स्लैम है। यह एक अविश्वसनीय अनुभव था और इसने मुझे अपने भविष्य के करियर के लिए बहुत आत्मविश्वास दिया।
हालांकि, मेरी यात्रा कुछ चुनौतियों के बिना नहीं रही। जैसे-जैसे मैं पेशेवर स्तर पर आगे बढ़ रहा था, मुझे चोटों और असफलताओं का सामना करना पड़ा। लेकिन मैंने हार नहीं मानी और अथक परिश्रम और अदम्य आत्मा के साथ काम करता रहा।
आज, मैं एक पेशेवर टेनिस खिलाड़ी हूं जो एटीपी टूर पर प्रतिस्पर्धा करता हूं। मेरा लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ बनना है और भारत के लिए ग्रैंड स्लैम जीतना है। मैं जानता हूं कि यह एक कठिन कार्य है, लेकिन मैं इसके लिए आवश्यक कड़ी मेहनत और समर्पण करने के लिए तैयार हूं।
मुझे भारतीय टेनिस की उभरती हुई उम्मीद के रूप में पहचाने जाने पर गर्व है। मुझे विश्वास है कि भारत में टेनिस का भविष्य उज्ज्वल है, और मैं युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने और हमारे देश के लिए सफलता दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
इस सफर में मुझे कई लोगों का साथ मिला है जिन्होंने मेरा विश्वास किया है और मेरा समर्थन किया है। मैं अपने माता-पिता, कोच, टीम और प्रायोजकों का आभारी हूं। उनकी निरंतर प्रेरणा और समर्थन ने मुझे मुझे बनाया है जो मैं आज हूं।
भारतवासियों को मेरा संदेश है कि आप कभी भी अपने सपनों का पीछा करना बंद न करें। चाहे कितनी भी बाधाएं क्यों न हों, दृढ़ता और कड़ी मेहनत के साथ, आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।