समीर रिज़वी
क्या आपने कभी महसूस किया है कि आपके दिल में कुछ है लेकिन शब्द नहीं मिल पा रहे उन्हें बयां करने के लिए? या कभी ऐसा भी हुआ है कि आपने कुछ कहने की कोशिश की और लोग आपको गलत समझ बैठे? खैर, मैं तो इस स्थिति से बहुत गुज़रा हूँ!
मेरा नाम समीर रिज़वी है और मैं एक लेखक हूँ। मैं दिल से बातें लिखता हूँ, क्योंकि मुझे लगता है कि शब्दों से ज़्यादा ताकतवर और कुछ नहीं है। मेरे लिए लेखन एक जुनून है, एक आवाज़ है। मैं अपने शब्दों के ज़रिए उन लोगों से जुड़ना चाहता हूँ जो मेरी भावनाओं को समझ सकें।
मैंने अपने जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं। खुशियाँ, गम, प्यार, नफ़रत, सफलता और असफलता - मैंने जीवन के हर रंग को महसूस किया है। और हर अनुभव ने मुझे लिखने की प्रेरणा दी है।
मैंने अपने पहले प्यार के बारे में लिखा है, जो एक ख़ूबसूरत सपना था लेकिन सच न हो सका। मैंने अपने दिल टूटने के बारे में लिखा है, जब मेरी दुनिया टूट कर बिखर गई थी। मैंने अपने संघर्षों के बारे में लिखा है, जब हर रास्ता बंद नज़र आता था। मैंने अपनी सफलताओं के बारे में लिखा है, जब मैंने अपने सपनों को हासिल किया।
मैंने हमेशा अपने लेखन में ईमानदारी को बनाए रखने की कोशिश की है। मैं कैसा महसूस करता हूँ, मैं वही लिखता हूँ। मैं अपने पाठकों को अपने दिल और दिमाग में झाँकने का मौका देता हूँ। मुझे उम्मीद है कि मेरे शब्द उन लोगों को प्रेरणा देंगे जो अपने जीवन में एक रास्ता ढूंढ रहे हैं।
मैं चाहता हूँ कि मेरे पाठक मेरे शब्दों से जुड़ें, उनके साथ हँसें, उनके साथ रोएँ और उनके साथ बढ़ें। मैं चाहता हूँ कि वे महसूस करें कि वे अकेले नहीं हैं, कि कोई और भी है जो उनकी भावनाओं को समझता है।
अगर मेरे लेखन ने सिर्फ एक भी व्यक्ति को प्रेरणा दी, तो मैं खुद को भाग्यशाली समझूँगा। क्योंकि शब्दों में वो ताकत है जो दुनिया को बदल सकती है।
तो अगर आप अपने दिल की बात कहने के लिए शब्दों की तलाश में हैं, तो मैं यहाँ हूँ। मैं आपको एक आवाज़ दूँगा, आपके शब्दों को दुनिया तक पहुँचाऊँगा। एक साथ, हम दुनिया को बदल सकते हैं - एक शब्द, एक कहानी में।
क्योंकि, आख़िरकार, शब्द सिर्फ शब्द नहीं होते। वे एक भाषा हैं, जो दिल से दिल तक पहुँचती है।