सोमवती अमावस्या 2024: व्रत, पूजा विधि और महत्व
नमस्कार दोस्तों,
क्या आप सोमवती अमावस्या के बारे में जानते हैं? अगर नहीं, तो आज हम आपको इस पवित्र तिथि के बारे में विस्तार से बताएंगे। सोमवती अमावस्या एक शुभ अवसर होता है जो आध्यात्मिक विकास और मोक्ष की प्राप्ति के लिए जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। तो चलिए जानते हैं सोमवती अमावस्या 2024 के बारे में सब कुछ।
इस लेख में, हम आपको सोमवती अमावस्या की तिथि, पूजा विधि, महत्व और इस दिन किए जाने वाले व्रत के बारे में बताएंगे।
तिथि और समय:
सोमवती अमावस्या 2024 शुक्रवार, 16 फरवरी 2024 को है। अमावस्या तिथि का प्रारंभ 15 फरवरी 2024 की रात 10:49 बजे से होगा और समाप्ति 16 फरवरी 2024 को रात 10:02 बजे तक रहेगी।
पूजा विधि:
सोमवती अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन करें। पूजा में निम्नलिखित सामग्री का प्रयोग करें:
- शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति
- माता पार्वती की मूर्ति
- दूध
- दही
- घी
- शहद
- पंचामृत
- बेलपत्र
- धतूरा
- भांग
- आंकड़े के फूल
- दीपक
- धूप
- नैवेद्य
पूजा के दौरान "ओम नमः शिवाय" और "ओम पार्वत्यै नमः" मंत्र का जाप करें। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।
व्रत:
सोमवती अमावस्या के दिन भक्त व्रत रखते हैं। इस व्रत में अन्न का त्याग किया जाता है और केवल फल और दूध का सेवन किया जाता है। व्रत के दौरान पवित्रता बनाए रखना और सत्य बोलना महत्वपूर्ण है।
महत्व:
सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन चंद्रमा और सूर्य एक ही राशि में होते हैं। इस दिन किए गए व्रत और पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है।
सोमवती अमावस्या को पितरों को तर्पण देने का भी विशेष दिन माना जाता है। इस दिन पितरों का श्राद्ध करके उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है।
कहा जाता है कि सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। अगर आप गंगा स्नान नहीं कर सकते हैं, तो घर पर ही गंगाजल से स्नान करें।
कृपा:
माना जाता है कि सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन जो लोग सच्चे मन से पूजा-पाठ और व्रत करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
तो दोस्तों, सोमवती अमावस्या 2024 की तिथि नोट कर लें और पूरे विधि-विधान से पूजा करें। इस शुभ अवसर पर भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा आप पर बनी रहे।