सार्दर वल्लभाई पटेल




सार्दर वल्लभाई पटेल भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे। उन्हें लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के रूप में कार्य किया।

पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था। उनके पिता का नाम झावेरभाई पटेल और माता का नाम लाडबेन पटेल था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नडियाद हाई स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने लंदन के मिडिल टेम्पल में कानून की पढ़ाई की।

भारत लौटने के बाद, पटेल ने वकालत शुरू की। वह जल्द ही अपनी बौद्धिक क्षमताओं और मजबूत व्यक्तित्व के लिए जाने गए। 1917 में, वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए।

पटेल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भाग लिया। उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा।

भारत की स्वतंत्रता के बाद, पटेल देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बने। उन्होंने देश के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 562 रियासतों को भारतीय संघ में मिलाया।

पटेल का निधन 15 दिसंबर, 1950 को मुंबई में हुआ था। उन्हें भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के सबसे महान नेताओं में से एक माना जाता है। उनकी जयंती को हर साल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

सार्दर वल्लभाई पटेल एक दूरदर्शी और दृढ़ निश्चयी व्यक्ति थे। उन्होंने भारत के राष्ट्रीय आंदोलन और देश के एकीकरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी विरासत आज भी भारतीयों को प्रेरित करती है।