सुरेश रैना




सुरेश रैना, एक प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटर हैं, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और मैदान पर बिजली की तरह दौड़ने के लिए जाने जाते हैं। वह बाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के ऑफ-स्पिन गेंदबाज हैं।

रैना का जन्म 27 नवंबर, 1986 को उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुआ था। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 16 साल की उम्र में की थी और उन्होंने अपने राज्य, उत्तर प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट खेला।

  • 2005 में, उन्हें भारत की अंडर-19 टीम के लिए चुना गया और उन्होंने 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।

रैना ने भारतीय क्रिकेट टीम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर सीमित ओवरों के प्रारूपों में। वह अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और तेज क्षेत्ररक्षण के लिए जाने जाते हैं।

आईपीएल में सफलता

रैना इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की कप्तानी की और टीम को चार बार खिताब दिलाया।

वह आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं और उन्हें लीग के इतिहास में सबसे अच्छे फील्डरों में से एक माना जाता है।

रैना की आक्रामक बल्लेबाजी ने उन्हें "मिस्टर आईपीएल" का उपनाम दिलाया है। वह आईपीएल में सबसे अधिक छक्के लगाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं और उनकी बल्लेबाजी शैली प्रशंसकों के बीच बहुत लोकप्रिय है।

अंतरराष्ट्रीय करियर

रैना ने भारत के लिए 226 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (वनडे), 78 ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय (टी20आई) और 18 टेस्ट मैच खेले हैं।

  • वनडे में, उन्होंने 5,615 रन बनाए हैं, जिनमें 35 अर्धशतक और 5 शतक शामिल हैं।
  • टी20आई में, उनके नाम 1,605 रन हैं, जिनमें 14 अर्धशतक शामिल हैं।
  • टेस्ट में, उन्होंने 768 रन बनाए हैं, जिनमें 1 शतक शामिल है।

रैना ने भारत के लिए कई यादगार प पारियां खेली हैं, जिनमें 2011 विश्व कप फाइनल में 36 रनों की उनकी मैच विजेता पारी भी शामिल है।

वह भारतीय क्रिकेट में सबसे लोकप्रिय और सफल खिलाड़ियों में से एक हैं और दुनिया भर में उनके लाखों प्रशंसक हैं।

वर्तमान में, रैना क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, लेकिन वह अभी भी खेल से जुड़े हुए हैं। वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक संरक्षक के रूप में कार्य करते हैं।

सुरेश रैना भारतीय क्रिकेट के एक सच्चे आइकन हैं और उनकी विरासत को आने वाले कई वर्षों तक याद किया जाएगा।