स्वतंत्रता दिवस भाषण




आदरणीय अतिथिगण, गुरुजनों, विद्यार्थियों और मेरे प्रिय साथी नागरिकों,

आज, स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर, हमारे राष्ट्र के अतीत के वीरों और वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, मैं आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ। स्वतंत्रता एक अमूल्य वरदान है जिसके लिए असंख्य बलिदान दिए गए हैं।

हमारे स्वतंत्रता संग्राम की कहानी साहस, दृढ़ संकल्प और अदम्य भावना की कहानी है। हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के अत्याचार और दमन का विरोध किया। उन्होंने अहिंसा और अथक प्रयास के हथियारों से सशस्त्र होकर देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

  • महात्मा गांधी
  • सुभाष चंद्र बोस
  • भगत सिंह
  • रानी लक्ष्मीबाई

ये नाम हमारे स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक हैं, जिनकी वीरता और बलिदान ने हमें आजादी दिलाई। उनकी स्मृति हमें हमेशा यह याद दिलाती रहेगी कि हमारी स्वतंत्रता किस मूल्य पर मिली है।

स्वतंत्रता केवल विदेशी शासन से मुक्ति नहीं है। यह एक जीवन शैली है, एक अधिकार है जिसे हमें पूरे दिल से जीना चाहिए। स्वतंत्रता का अर्थ है अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता, अपनी पसंद बनाने की स्वतंत्रता और अपने सपनों को पूरा करने की स्वतंत्रता।

इस स्वतंत्रता दिवस पर, आइए हम अपने राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएँ। आइए हम एक ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प लें जो सभी के लिए न्याय, समानता और अवसर का घर हो। हमें अपने दैनिक जीवन में स्वतंत्रता के मूल्यों का पालन करना चाहिए, चाहे वह किसी के विचारों का सम्मान करना हो या भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाना हो।

जैसे-जैसे हम अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाते हैं, हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारा राष्ट्र अभी भी विकास कर रहा है। हमें अपने पिछले गौरव पर गर्व होना चाहिए, लेकिन हमें भविष्य के लिए आकांक्षाएँ भी रखनी चाहिए। हमें एक ऐसा भारत बनाने के लिए काम करना चाहिए जो दुनिया में अग्रणी हो, एक ऐसा भारत जहां हर नागरिक को अपनी क्षमता को पूरा करने का अवसर मिले।

स्वतंत्रता एक अविनाशी आत्मा है, जो मिट्टी के कण से लेकर आकाश के सितारों तक हमारे भीतर प्रदीप्त होती है।

आइए हम इस स्वतंत्रता दिवस को एक ऐसे दिन के रूप में मनाएँ जहाँ हम अपने वीरों को याद करते हैं, अपनी स्वतंत्रता को संजोते हैं और अपने राष्ट्र के उज्जवल भविष्य के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लेते हैं।

जय हिंद! जय भारत!