हाइन्डेनबर्ग की खबर




आज तो जैसे पूरा देश हिल गया है। पता ही नहीं चला कि यह भूकंप कब, कैसे आ गया। लेकिन आया है ज़रूर और कितना बड़ा आया है! अगर आप मेट्रो के अंदर छिपे बैठे हैं और आपका मोबाइल, इंटरनेट सब बंद है तो हम आपको बताएँ कि मशहूर वैश्विक शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप के ख़िलाफ़ बड़ा हमला बोला है।

हिंडनबर्ग का कहना है कि उन्होंने पिछले दो सालों से अडानी ग्रुप की कंपनियों की जाँँच-पड़ताल की है। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने 88 सवाल उठाए हैं। इन सवालों में से कुछ हैं:


  • अडानी ग्रुप की कंपनियों पर बहुत ज़्यादा कर्ज़ है।
  • अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर की कीमतें बहुत ज़्यादा बढ़ गई हैं।
  • अडानी ग्रुप की कंपनियों में हेरा-फेरी और घोटाला हुआ है।

हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अडानी ग्रुप एक घोटाला है। उन्होंने अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी, हेरा-फेरी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है।


अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को झूठा बताया है। लेकिन हिंडनबर्ग ने कहा है कि वे अडानी ग्रुप के दावों को खारिज करते हैं।


हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से भारतीय शेयर बाज़ार में भी भारी गिरावट आई है।


हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि अडानी ग्रुप ने मॉरीशस, साइप्रस और संयुक्त अरब अमीरात में कई शेल कंपनियाँ बनाई हैं। इन शेल कंपनियों का इस्तेमाल अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों की कीमतों को बढ़ाने के लिए किया गया है।


हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने भारतीय शेयर बाज़ार में भूचाल मचा दिया है। यह देखना बाकी है कि इस भूकंप के बाद क्या होता है। लेकिन यह बात तो तय है कि अडानी ग्रुप को इस भूकंप से उबरने में बहुत समय लगेगा।

तो क्या आप अब भी मेट्रो के अंदर छिपे बैठे हैं? अगर हाँ तो आप जल्दी से बाहर आइए। क्योंकि यह भूकंप ख़त्म होने वाला नहीं है।