हनुमान जयंती 2024 तिथि




त्योहार ख़ास होते हैं क्योंकि वे हमें हमारी परंपराओं और संस्कृति से जोड़ते हैं। हर त्योहार की अपनी एक अनूठी कहानी और महत्व होता है, और हनुमान जयंती भी इनमें से एक है।
हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्म का उत्सव है, जिन्हें भगवान राम के सबसे भक्त और प्रिय अनुयायियों में से एक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान चैत्र मास की पूर्णिमा को रात के समय जन्मे थे। इसलिए, हनुमान जयंती हर साल चैत्र पूर्णिमा को मनाई जाती है।
2024 में, हनुमान जयंती 2 अप्रैल, बुधवार को पड़ेगी। यह दिन भक्तों के लिए भगवान हनुमान की भक्ति और पूजा में भाग लेने का एक विशेष अवसर होता है।
हनुमान जयंती का महत्व
हनुमान जयंती भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है क्योंकि यह:
  • भगवान हनुमान के जन्म का उत्सव है, जिन्हें शक्ति, भक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है।

  • भक्तों को उनकी समस्याओं और कठिनाइयों से छुटकारा पाने में मदद करने और उन्हें शक्ति और आशा प्रदान करने के लिए भगवान हनुमान से प्रार्थना करने का अवसर देता है।

  • यह भक्तों को एक साथ आने, जप, भजन और प्रार्थनाओं के माध्यम से अपनी भक्ति व्यक्त करने और भगवान हनुमान के आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर देता है।

  • हनुमान जयंती कैसे मनाई जाती है?
    हनुमान जयंती पूरे भारत में धूमधाम से मनाई जाती है। इस दिन भक्त:
    • जल्दी उठते हैं और स्नान करते हैं।

    • हनुमान मंदिरों में जाते हैं और भगवान हनुमान की पूजा करते हैं, उन्हें फूल, चंदन और लाल सिंदूर अर्पित करते हैं।

    • हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और रामचरित मानस जैसे धार्मिक ग्रंथों का पाठ करते हैं।

    • भगवान हनुमान से अपने जीवन में सफलता, समृद्धि और सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।

    • लंगर और भंडारे का आयोजन किया जाता है, जहाँ मुफ्त भोजन और पानी वितरित किया जाता है।

    हनुमान जयंती की कथा
    हनुमान जयंती की कहानी प्राचीन महाकाव्य रामायण में पाई जाती है।
    कहानी के अनुसार, हनुमान भगवान वायुदेव के पुत्र हैं। उन्होंने अपने बचपन में सूर्य को फल समझकर हवा में छलांग लगाई थी। इससे क्रोधित होकर सूर्यदेव ने उन्हें शाप दिया कि वे अपनी शक्ति भूल जाएंगे।
    हालाँकि, हनुमान के पिता वायुदेव भगवान राम के भक्त थे। एक बार जब राम को अपनी पत्नी सीता को खोजने में मदद की ज़रूरत पड़ी, तो वायुदेव ने हनुमान को उनकी मदद करने के लिए भेजा।
    हनुमान ने अपनी शक्तियों को याद किया और लंका की यात्रा की, जहाँ सीता को बंदी बनाया गया था। उन्होंने राम की मदद से राक्षसों को हराया और सीता को बचाया।
    उस दिन से, हनुमान को उनके साहस, शक्ति और भक्ति के लिए जाना जाता है। और हनुमान जयंती को हर साल उनके जन्म के सम्मान में मनाया जाता है।