हनुमान जयंती 2024: संजीवनी बूटी का संदेश, भक्ति की शक्ति
प्रेरणा की शक्ति
हनुमान जी की कहानी हमें अदम्य साहस, भक्ति की शक्ति और निस्वार्थ सेवा का पाठ पढ़ाती है। वह एक ऐसे समय में एक प्रेरणास्रोत थे जब बुराई अपने चरम पर थी। उनकी वीरतापूर्ण हरकतों ने लोगों को आशा की एक झलक दी, और उनकी भक्ति ने लोगों को ईश्वर पर विश्वास दिलाया।
संजीवनी बूटी का संदेश
हनुमान जी ने लंका से संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण के प्राण बचाए। यह घटना हमें स्वास्थ्य के महत्व और जरूरत पड़ने पर दूसरों की मदद करने की याद दिलाती है। यह हमें यह भी सिखाता है कि भगवान हमेशा हमारे साथ है, और अगर हम उन पर विश्वास करते हैं तो वे हमें निराश नहीं करेंगे।
भक्ति की शक्ति
हनुमान जी श्री राम के सबसे बड़े भक्त थे। उनकी भक्ति इतनी गहरी थी कि उन्हें राम जी के प्रिय बन गए। यह हमें सिखाता है कि भक्ति ईश्वर के साथ हमारे संबंध को गहरा करती है और हमें ईश्वरीय कृपा प्राप्त करने में मदद करती है।
निस्वार्थ सेवा
हनुमान जी ने अपना जीवन श्री राम की सेवा में समर्पित कर दिया। उन्होंने बिना किसी इनाम या मान्यता की अपेक्षा के उनकी निस्वार्थ भाव से सेवा की। यह हमें सिखाता है कि सच्ची सेवा दूसरों से कुछ पाने की चाहत से नहीं, बल्कि उन्हें देने की इच्छा से होती है।
इस साल हनुमान जयंती 19 अप्रैल, 2024 को पड़ रही है। इस शुभ दिन पर, लोग हनुमान जी की पूजा करते हैं, उनकी कथा सुनते हैं और उपवास करते हैं। आप भी हनुमान जयंती को भक्ति और उत्साह के साथ मना सकते हैं।
हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें
हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं
हनुमान जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं
रामचरितमानस का पाठ करें
हनुमान जी को प्रसाद चढ़ाएं
निष्कर्ष
हनुमान जयंती हमें भक्ति, साहस और निस्वार्थ सेवा की शक्ति का जश्न मनाने का अवसर है। यह हमें याद दिलाता है कि भले ही बुराई हमारे रास्ते में आए, लेकिन भगवान हमेशा हमारे साथ है। अगर हम उनकी शरण में जाते हैं और उन पर विश्वास करते हैं तो वे हमें निराश नहीं करेंगे।