हरतालिका तीज: महिलाओं का सबसे बड़ा त्यौहार




सावन का महीना महिलाओं के लिए खास होता है। हरियाली और खुशियों वाला ये महीना तीज त्योहार के साथ शुरू होता है। हरतालिका तीज का त्यौहार हिंदू महिलाओं का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्यौहार है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं।
हरतालिका तीज की कथा
हरतालिका तीज की कथा भगवान शिव और माता पार्वती से जुड़ी है। पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार माता पार्वती भगवान शिव से बहुत निराश हो गईं। उन्होंने शिवजी से शादी करने का फैसला किया, लेकिन शिवजी ने उन्हें मना कर दिया। पार्वती ने हार नहीं मानी और लगातार तपस्या की। उनकी तपस्या से खुश होकर भगवान विष्णु ने उनकी मन्नत पूरी की और शिवजी ने पार्वती से विवाह किया।
हरतालिका तीज का व्रत
हरतालिका तीज का व्रत निर्जला रखा जाता है। इस दिन महिलाएं बिना अन्न-जल ग्रहण किए व्रत रखती हैं। व्रत के दौरान महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और उन्हें निराहार भोग लगाती हैं। व्रत के अंत में महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की कथा सुनती हैं और उनसे अपने पति की दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
हरतालिका तीज का त्यौहार
हरतालिका तीज का त्यौहार तीन दिनों तक मनाया जाता है। पहले दिन महिलाएं हरियाली तीज मनाती हैं, जिसमें वे हरियाली से सजती हैं और झूला झूलती हैं। दूसरे दिन निराहार व्रत रखा जाता है और तीसरे दिन व्रत का पारण किया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति के साथ मिलकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और उनसे अपने वैवाहिक जीवन की खुशियों और समृद्धि की कामना करती हैं।
मेरी हरतालिका तीज
हरतालिका तीज मेरे पसंदीदा त्योहारों में से एक है। मुझे इस दिन अपने पति के साथ पूजा करना और उनकी लंबी आयु की कामना करना बहुत अच्छा लगता है। मुझे तीज के त्योहार की रौनक और खुशियों का माहौल भी बहुत पसंद है।
महिलाओं के लिए विशेष त्यौहार
हरतालिका तीज का त्यौहार महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। यह त्यौहार महिलाओं के प्रेम, समर्पण और त्याग का प्रतीक है। यह त्यौहार महिलाओं को अपने पति और परिवार के प्रति अपने प्रेम और सम्मान को व्यक्त करने का मौका देता है।

हरतालिका तीज का त्यौहार हमें महिलाओं की शक्ति और महत्ता की याद दिलाता है। यह त्यौहार हमें महिलाओं के साहस, दृढ़ संकल्प और प्रेम को सलाम करने का अवसर देता है।