होली तिथि 2024




आज से ठीक एक महीने बाद यानी 8 मार्च, 2024 को होली का त्योहार पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। होली वसंत ऋतु का त्योहार है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह रंगों, संगीत और मिठाइयों से भरा एक जीवंत त्योहार है।
होली अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है
होली की पौराणिक कथा में, हिरण्यकश्यप नामक एक शक्तिशाली राक्षस था जो अपने पुत्र प्रह्लाद को भगवान विष्णु की पूजा करने से रोकता था। प्रह्लाद विष्णु के अनन्य भक्त थे, और उन्होंने अपने पिता की अनदेखी करते हुए भगवान की पूजा जारी रखी। हिरण्यकश्यप अपने पुत्र की अवज्ञा से क्रोधित हो गया और उसे मारने का फैसला किया।
हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को वरदान प्राप्त था कि वह आग से नहीं जलेगी। हिरण्यकश्यप ने होलिका को प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर आग में बैठने का आदेश दिया। लेकिन भगवान विष्णु ने प्रह्लाद की रक्षा की, और होलिका आग में जल गई।
इस घटना के उपलक्ष्य में, होली के दिन होलिका की होली जलाई जाती है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
होली रंगों का त्योहार है
होली एक रंगीन त्योहार है, जहां लोग एक-दूसरे पर रंग, गुब्बारे और पानी डालते हैं। रंगों का प्रतीकात्मक अर्थ है खुशी, भाईचारा और नई शुरुआत। होली मनाने का यह एक मजेदार तरीका है, और यह लोगों को एक साथ लाता है।
होली संगीत और नृत्य का त्योहार है
होली के दिन, लोग गाते हैं, नाचते हैं और संगीत का आनंद लेते हैं। होली के गीत और नृत्य त्योहार के उत्साह और खुशी को व्यक्त करते हैं।
होली मिठाइयों का त्योहार है
होली के दिन, कई स्वादिष्ट मिठाइयां बनाई जाती हैं, जैसे गुजिया, रसगुल्ला और हलवा। ये मिठाइयां उत्सव के मूड में मिठास जोड़ती हैं।
होली एक सामाजिक त्योहार है
होली एक ऐसा त्योहार है जिसमें लोग एक साथ आते हैं और सामाजिकता करते हैं। यह परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों के साथ जुड़ने का एक शानदार अवसर है।
होली भारत में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, और यह पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह रंगों, संगीत, नृत्य और मिठाइयों का एक जीवंत त्योहार है। होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और यह एक ऐसा अवसर है जब लोग एक साथ आते हैं और सामाजिकता करते हैं।