आज कृष्ण जन्माष्टमी है, एक ऐसा पर्व जो भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाता है। यह हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, और यह दुनिया भर में धूमधाम से मनाया जाता है।
भागवत पुराण के अनुसार, भगवान कृष्ण का जन्म 5,248 साल पहले आज ही के दिन हुआ था। उनका जन्म मथुरा के एक कारावास में हुआ था, जहाँ उनके पिता वसुदेव और माँ देवकी को उनके दुष्ट मामा कंस ने कैद कर रखा था।
कंस को भविष्यवाणी की गई थी कि उसका भानजा ही उसका अंत करेगा। इसलिए, उसने देवकी के सभी बच्चों को जन्म लेते ही मार डाला। लेकिन जब कृष्ण का जन्म हुआ, तो भगवान विष्णु ने अपने योग-माया से देवकी और वसुदेव की मदद की और कृष्ण को गोकुल में यशोदा और नंद बाबा के घर पहुँचा दिया।
गोकुल में, कृष्ण ने अपनी शैतानी और चमत्कारों से सभी को मोहित कर लिया। उन्होंने राक्षसों का वध किया, ग्वाल-बालों के साथ मक्खन चुराया, और राधा और गोपियों के साथ रासलीला की।
बाद में, कृष्ण ने मथुरा लौटकर कंस का वध किया और अपने माता-पिता को मुक्त किया। उन्होंने अपने जीवन में कई चमत्कार किए, जैसे कि गोवर्धन पर्वत को उठाना और कुरुक्षेत्र के युद्ध में अर्जुन को गीता का उपदेश देना।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन, लोग मंदिरों में जाते हैं, भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं, और उनके जन्मोत्सव का जश्न मनाते हैं। वे व्रत रखते हैं, भजन गाते हैं, और कृष्ण की प्रिय चीजें जैसे कि माखन, मिश्री और तुलसी अर्पित करते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी केवल एक त्यौहार ही नहीं है, बल्कि यह भगवान कृष्ण के प्रेम और करुणा की याद भी है। यह हमें उनके जीवन से सीखने और उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देता है।
कृष्ण की जय!
कृष्ण के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
कृष्ण जन्माष्टमी को कैसे मनाएँ:
कृष्ण जन्माष्टमी की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ!