हे कृष्ण कन्हैया, जन्माष्टमी की शुभकामनाएं!




भईया जी, क्या बात है, आज तो पूरा देश जश्न में डूबा हुआ है! हरे कृष्ण, हरे कृष्ण...

जन्माष्टमी का त्योहार, भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन हर घर में भगवान कृष्ण की मूर्ति या झांकी सजाई जाती है और उनकी पूजा-अर्चना की जाती है।

बचपन में तो जन्माष्टमी का मतलब होता था, ढेर सारी मिठाइयां और झूले खेलना। मां की बनाई खीर, पिता का लाया माखन-मिश्री, और भइया-बहन के साथ जमकर ठाकुर जी को छेड़ना।

वैसे, क्या आप जानते हैं कि भगवान कृष्ण ने अपनी लीलाओं के दौरान कितने नाम लिए थे? ऐसी मान्यता है कि उन्होंने पूरे 108 नाम लिए थे। इनमें से कुछ नाम तो बहुत ही लोकप्रिय हैं, जैसे गोपाल, गोविंद, माधव, मुरली मनोहर...

एक और दिलचस्प बात, श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में एक मंदिर है, जहां उनकी बाल्यकाल की मूर्ति स्थापित है। कहते हैं कि इस मूर्ति पर हर रोज भोग लगाया जाता है और रात को इस भोग को कोई ले जाता है, लेकिन क्या या कौन, इसका पता आज तक किसी को नहीं चल पाया है।

वैसे, आज के जमाने में भी जन्माष्टमी का त्योहार उतने ही उत्साह से मनाया जाता है, जितना कि प्राचीन काल में मनाया जाता था। स्कूलों में छोटे-छोटे बच्चे कृष्ण जी और राधा जी की वेशभूषा में सजते हैं और ढोल-नगाड़ों की थाप पर खूब नाचते-गाते हैं।

तो भাইयों-बहनों, आज के इस पवित्र दिन पर आप सभी को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं। कृष्ण जी की कृपा आप सभी पर बनी रहे।

जन्माष्टमी की शुभकामनाओं के कुछ लोकप्रिय संदेश:
  • माखन चोर नंदलाल की जन्माष्टमी की बधाई हो।
  • राधे राधे, जन्माष्टमी की शुभकामनाएं।
  • हरे कृष्ण हरे कृष्ण, जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई।

नोट: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के अपने हैं और जरूरी नहीं कि वे किसी अन्य व्यक्ति या संगठन के विचारों को प्रतिबिंबित करें।