क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे लंबे बुशमैन कौन हैं? नहीं? तो चलिए आपको बताते हैं।
हिमालय की तलहटी में, एक दूरस्थ गाँव में, एक असामान्य बुशमैन रहता था जिसका नाम था ॐ भीम बुश। नाम से ही उनकी विशालता का अंदाजा लगाया जा सकता है। ॐ भीम बुश इस गाँव में सबसे लंबे व्यक्ति थे, और उनकी ऊंचाई इतनी थी कि वे पेड़ों से भी ऊंचे खड़े हो जाते थे।
गाँववाले उन्हें प्यार से "बुश साहेब" बुलाते थे। उनकी ऊंचाई के कारण, उन्हें झुककर पेड़ों से फल तोड़ने पड़ते थे, और घर के अंदर जाने के लिए उन्हें दरवाज़ों से झुककर गुजरना पड़ता था। लेकिन उनकी लंबाई के बावजूद, ॐ भीम बुश एक बहुत ही मिलनसार और दयालु व्यक्ति थे।
एक गर्म गर्मी के दिन, गाँव में एक यात्री आया। यात्री ने सुना था कि गाँव में एक असाधारण लंबा बुशमैन रहता है, इसलिए वह उसे देखने आया था। यात्री ॐ भीम बुश को उनकी झोपड़ी के बाहर पेड़ के नीचे आराम करते हुए मिला।
"नमस्कार," यात्री ने अभिवादन किया। "मैं आपकी लंबाई के बारे में सुनकर आया हूँ। क्या यह सच है कि आप गाँव के सबसे लंबे व्यक्ति हैं?"
ॐ भीम बुश ने मुस्कुराते हुए कहा, "हाँ, यह सच है। मुझे ईश्वर ने इस लंबाई में बनाया है।"
यात्री हैरान रह गया। उसने कभी किसी को ॐ भीम बुश जितना लंबा नहीं देखा था। "क्या आपकी लंबाई कभी आपको परेशान करती है?" उसने पूछा।
ॐ भीम बुश ने हँसते हुए कहा, "कभी-कभी, हाँ। लेकिन मेरे लिए यह भी एक आशीर्वाद है। मैं आसानी से दूर से देख सकता हूँ, और कोई भी चीज़ मेरे ऊपर से छिपी नहीं रहती।"
यात्री ॐ भीम बुश से बहुत प्रभावित हुआ। उसने उन्हें लंबी और खुशहाल ज़िंदगी की शुभकामनाएँ दीं और अपने रास्ते चल पड़ा।
वर्षों बीत गए, और ॐ भीम बुश की कहानी पूरे गाँव में फैल गई। लोग दूर-दूर से आते थे उन्हें देखने के लिए,
ॐ भीम बुश का निधन एक अच्छे बुढ़ापे में हो गया। उनकी यादें आज भी गाँव में जीवित हैं, और उनकी लंबाई की कहानियाँ पीढ़ी-दर-पीढ़ी चली आ रही हैं। ॐ भीम बुश के बारे में सुनकर, आपको एहसास होता है कि ईश्वर ने हर किसी को एक अनोखा उपहार दिया है। हमें बस अपनी विशिष्टताओं को पहचानना है और उन्हें दूसरों की भलाई के लिए उपयोग करना है।