હેમંત સોરેન
હેમંત સોરેન झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। वह 2013 और 2019 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक यात्रा काफी दिलचस्प रही है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
हेमंत सोरन का जन्म 10 अगस्त 1975 को झारखंड के राँची जिले में एक आदिवासी परिवार में हुआ था। उनके पिता, शिबू सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक थे। हेमंत सोरन ने अपनी स्कूली शिक्षा राँची के सेंट पॉल स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
राजनीतिक शुरुआत
हेमंत सोरन ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2005 में झारखंड विधानसभा चुनाव लड़कर की थी। वह दुमका जिले के दुमका निर्वाचन क्षेत्र से JMM के उम्मीदवार के रूप में चुने गए। वह 2009 और 2014 में भी इसी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए।
मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल
हेमंत सोरन ने पहली बार 2013 में झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह इस पद पर सिर्फ 18 महीने ही रहे, क्योंकि उनकी सरकार अल्पमत में आ गई थी। 2019 के विधानसभा चुनावों में, JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन ने बहुमत हासिल किया और हेमंत सोरन ने फिर से मुख्यमंत्री का पद संभाला।
अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान, हेमंत सोरन ने कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की है। इनमें शामिल हैं:
आदिवासी और मूल निवासी अधिकारों को मजबूत करना
आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देनासामाजिक कल्याण योजनाओं का विस्तारभ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई
व्यक्तिगत जीवन
हेमंत सोरेन का विवाह कल्पना सोरेन से हुआ है। उनके दो बच्चे हैं, एक बेटी और एक बेटा। हेमंत सोरेन एक शौकीन फुटबॉल प्रशंसक हैं और वह CRPF में चीफ कमांडेंट भी रह चुके हैं।
सम्मान और पुरस्कार
हेमंत सोरेन को उनके काम के लिए कई सम्मान और पुरस्कार मिले हैं, जिनमें शामिल हैं:
झारखंड रत्न पुरस्कार (2013)
इंडिया टुडे पावर लिस्ट (2019)द हिंदू लीडर्स अवार्ड (2020)
निष्कर्ष
हेमंत सोरेन एक करिश्माई और गतिशील नेता हैं जिन्होंने झारखंड के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक यात्रा प्रेरणादायक है और यह दिखाती है कि समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है।