12-मई




जीवन की यात्रा में, हम विभिन्न मील के पत्थर पार करते हैं। कुछ हमें ख़ुशी से भर देते हैं, तो कुछ हमें सोचने पर मजबूर कर देते हैं। 12 मई को एक ऐसा ही दिन है, जो भारतीय इतिहास में अपने महत्व से भरा हुआ है।

12 मई, 1998 को भारत ने परमाणु परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया था। 'ऑपरेशन शक्ति' के नाम से जाने जाने वाले इन परीक्षणों ने भारत को परमाणु शक्तियों के एक अभिजात्य समूह में स्थापित कर दिया था। इस ऐतिहासिक दिन से, 12 मई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

  • पोखरण परीक्षणों ने न केवल भारत की वैज्ञानिक क्षमताओं को प्रदर्शित किया, बल्कि देश के आत्मविश्वास और सुरक्षा भाव को भी बढ़ाया।
  • इन्होंने भारत को रणनीतिक मामलों में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया, और देश की वैश्विक स्थिति को मजबूत किया।
  • इन परीक्षणों ने भारत को परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए एक प्रबल वकील भी बनाया, क्योंकि देश ने आग्रह किया कि परमाणु हथियार रखना आत्मरक्षा का एक आवश्यक उपाय है।

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों का जश्न मनाने का एक अवसर है। यह दिन हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और तकनीशियनों को सम्मानित करता है, जो देश के विकास और सुरक्षा में अथक परिश्रम करते हैं।

वर्ष 2023 का राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ऑपरेशन शक्ति की 25 वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। यह एक समय है देश के तकनीकी विकास की उपलब्धियों को प्रतिबिंबित करने और भविष्य के लिए आकांक्षाएं निर्धारित करने का।

हमें अपनी वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमताओं पर गर्व होना चाहिए। हमें हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों का सम्मान करना चाहिए, जो हमारे जीवन को बेहतर बनाने और हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं।

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस हमें इस बात का भी एहसास कराता है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी द्विधासीय है। इसका उपयोग हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है, लेकिन अगर इसका दुरुपयोग किया जाता है, तो यह विनाशकारी परिणाम ला सकता है।

इसलिए, हमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति का बुद्धिमानी से उपयोग करने की ज़िम्मेदारी है। हमें इसका उपयोग दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए करना चाहिए, न कि इसे नष्ट करने के लिए।

आइए हम राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस को न केवल हमारी वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियों का जश्न मनाने के अवसर के रूप में देखें, बल्कि इसके लिए प्रतिबिंब के समय के रूप में भी देखें कि हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग कैसे करें। आइए हम इसे दुनिया को अधिक शांतिपूर्ण, समृद्ध और न्यायसंगत बनाने के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोग करने का संकल्प लें।