15 अगस्त का भाषण




नमस्कार मित्रों और साथी नागरिकों,
आज हम स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, एक ऐसा दिन जो हमारे राष्ट्र के इतिहास और हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का प्रतीक है। 15 अगस्त, 1947 को भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्ति मिली, और हमारी अपनी सरकार का उदय हुआ। यह एक ऐतिहासिक क्षण था, जो सदियों के संघर्ष और बलिदान का परिणाम था।
इस विशेष अवसर पर, मैं हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता हूं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, और अनगिनत अन्य लोगों ने भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अथक परिश्रम किया। उनकी बहादुरी और दृढ़ संकल्प ने हमें वह स्वतंत्रता दी है जिसका हम आज आनंद लेते हैं।
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद के वर्षों में, भारत ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। हम एक गणतांत्रिक राष्ट्र बन गए हैं, जहां हर नागरिक को वोट देने का अधिकार है। हमने अपनी अर्थव्यवस्था का विकास किया है, जिससे लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद मिली है। हमने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में प्रगति की है, जो सभी के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने में मदद कर रही है।
हालाँकि, हमारी यात्रा अभी पूरी नहीं हुई है। भारत को और अधिक समृद्ध और न्यायसंगत बनाने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। हमें गरीबी, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता जैसी चुनौतियों का सामना करना होगा। हमें सभी नागरिकों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने की जरूरत है, चाहे उनका धर्म, जाति, लिंग या यौन रुझान कुछ भी हो।
भारत का भविष्य हमारे हाथों में है। युवा पीढ़ी के रूप में, हमारे पास हमारे देश को शानदार बनाने की शक्ति है। हमें गर्व और देशभक्ति के साथ आगे बढ़ना होगा, और उन मूल्यों की रक्षा करनी होगी जिस पर हमारा राष्ट्र बना है।
इस 15 अगस्त पर, आइए हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करें, जो हमारे लिए स्वतंत्रता की लड़ाई लड़े। आइए हम अपने राष्ट्र की उपलब्धियों का जश्न मनाएं। और आइए हम भारत के भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हों, एक ऐसे राष्ट्र के रूप में जो सभी नागरिकों के लिए न्याय, समानता और समृद्धि सुनिश्चित करता है।
जैसा कि हम इस स्वतंत्रता दिवस को मनाते हैं, आइए हम मिलकर काम करें और भारत को एक ऐसा राष्ट्र बनाएं जिस पर हम सभी गर्व कर सकें।
जय हिंद!