भारत में उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्र में Adani Wilmar का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है. इस बहुराष्ट्रीय कंपनी ने अपनी स्थापना के बाद से ही लगातार प्रगति की है और आज देश की सबसे बड़ी खाद्य प्रसंस्करण कंपनियों में शुमार है.
Adani Wilmar की स्थापना 1999 में हुई थी, जब Adani Group और सिंगापुर की Wilmar International ने हाथ मिलाया. तब से, कंपनी ने खाद्य तेल, गेहूं का आटा, चावल और चीनी जैसे विभिन्न प्रकार के खाद्य उत्पादों के उत्पादन और वितरण में अपनी पहुंच का विस्तार किया है.
वर्षों से, Adani Wilmar ने कई अधिग्रहण और विलय किए हैं, जिससे उसकी बाजार हिस्सेदारी और उत्पाद पोर्टफोलियो में वृद्धि हुई है. इनमें से कुछ प्रमुख लेन-देन में शामिल हैं:
Adani Wilmar का उत्पाद पोर्टफोलियो विविध है, जिसमें खाद्य तेल, गेहूं का आटा, चावल, चीनी, दाल और अन्य खाद्य उत्पाद शामिल हैं. कंपनी अपने कुछ सबसे लोकप्रिय ब्रांडों के माध्यम से इन उत्पादों की बिक्री करती है, जैसे:
Adani Wilmar भारत में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में एक अग्रणी है. कंपनी की खाद्य तेल बाजार में लगभग 50% की हिस्सेदारी है, जबकि गेहूं के आटे के बाजार में इसकी हिस्सेदारी लगभग 20% है. Adani Wilmar का राजस्व वर्ष-दर-वर्ष लगातार बढ़ रहा है, जो 2022 में 59,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है.
Adani Wilmar की भविष्य की योजनाओं में नए बाजारों में विस्तार करना, उत्पाद पोर्टफोलियो में विविधता लाना और स्थायित्व पहलों पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है. कंपनी अपने उत्पादन क्षमता का विस्तार करने और भारत के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध है.
Adani Wilmar की सफलता गाथा भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में दृढ़ संकल्प, नवाचार और विस्तार की एक कहानी है. कंपनी अपनी उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों, मजबूत वितरण नेटवर्क और उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए जानी जाती है. जैसे-जैसे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग आगे बढ़ता है, Adani Wilmar भारतीय बाजार में अपनी प्रमुख स्थिति बनाए रखने की संभावना है और आने वाले वर्षों में और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए तैयार है.