आपने AIIMS के बारे में तो सुना ही होगा? अगर नहीं सुना है तो बताते हैं कि ये ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ है। भारत के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में से एक है, जो मेडिकल शिक्षा और रिसर्च में उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है।
AIIMS की स्थापना 1956 में हुई थी और यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन है। AIIMS की शुरुआत के समय से ही, इसका ध्यान मेडिकल शिक्षा, रिसर्च और मरीजों की देखभाल को बेहतर बनाने पर रहा है।
AIIMS की मुख्य विशेषताओं में से एक है इसका इंटीग्रेटेड एप्रोच। यहां मेडिकल स्टूडेंट्स को प्री-क्लिनिकल, पैरा-क्लिनिकल और क्लिनिकल साइंसेज़ में व्यापक प्रशिक्षण दिया जाता है। इस इंटीग्रेटेड एप्रोच से स्टूडेंट्स को एक व्यापक समझ और नैदानिक कौशल विकसित करने में मदद मिलती है।
रिसर्च AIIMS का एक अन्य प्रमुख फोकस है। इंस्टिट्यूट में कई रिसर्च सेंटर और प्रयोगशालाएं हैं जहां अत्याधुनिक शोध किया जा रहा है। AIIMS के वैज्ञानिकों ने कई महत्वपूर्ण खोजें की हैं, जिनका मेडिकल अभ्यास पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
AIIMS न केवल शिक्षा और रिसर्च के लिए जाना जाता है, बल्कि यह मरीजों की देखभाल में भी उत्कृष्टता रखता है। इंस्टिट्यूट में 2,500 से अधिक डॉक्टर और 10,000 से अधिक सहायक स्टाफ हैं, जो हर साल लाखों मरीजों को देखते हैं। AIIMS मेडिकल और सर्जिकल उपचारों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, जिसमें विशेषज्ञता वाले कई केंद्र हैं।
AIIMS में मेडिकल शिक्षा प्राप्त करना एक प्रतिष्ठित और पुरस्कृत अनुभव है। इंस्टिट्यूट देश के कुछ सबसे प्रतिभाशाली मेडिकल प्रोफेशनल्स का घर है, जो दुनिया भर में मेडिकल क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यदि आप मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने पर विचार कर रहे हैं, तो AIIMS निश्चित रूप से आपकी सूची में सबसे ऊपर होना चाहिए।