All eyes on POK




पहले से ही दुनिया के कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को गैरकानूनी रूप से कब्जा किया गया क्षेत्र माने जाने के बाद, PoK अब एक बार फिर सुर्खियों में है।

हाल ही में, भारत सरकार ने PoK में बसने वाले भारतीय नागरिकों को भारतीय नागरिकता देने की घोषणा की है। यह कदम पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है, जो PoK को अपना अभिन्न अंग मानता है।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने भारत के इस कदम की कड़ी निंदा की है, इसे "एकतरफा और गैरकानूनी" करार देते हुए। पाकिस्तानी सरकार ने कहा है कि वह इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय अदालत में उठाएगी।

हालाँकि, भारत का कहना है कि वह PoK में रहने वाले भारतीय नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत का यह भी तर्क है कि PoK भारतीय संविधान का अभिन्न अंग है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

भारत के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। कुछ देशों, जैसे कि अमेरिका और ब्रिटेन ने भारत का समर्थन किया है, जबकि अन्य, जैसे कि चीन और तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया है।

PoK की स्थिति

PoK लगभग 84,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है और इसकी आबादी लगभग 4 मिलियन है। यह पाकिस्तान के प्रशासन में है, लेकिन भारत द्वारा इसे अपने कब्जे वाले क्षेत्र के रूप में दावा किया जाता है।

PoK की स्थिति एक विवाद का विषय है और यह कई दशकों से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का एक प्रमुख स्रोत रही है।

संभावित परिणाम

भारत के इस कदम से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ने की संभावना है। इससे दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव का जोखिम भी बढ़ सकता है।

इसके अलावा, भारत का यह कदम क्षेत्र में चीन के प्रभाव को संतुलित करने के उसके प्रयासों का भी हिस्सा हो सकता है। चीन PoK में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहा है, जिससे भारत चिंतित है।

भविष्य की संभावनाएं

PoK की स्थिति पर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद के जल्द ही सुलझने की संभावना नहीं है। यह एक जटिल मुद्दा है जिसमें दोनों देशों के लिए ऐतिहासिक और राजनीतिक निहितार्थ हैं।

हालांकि, दोनों देशों को और अधिक तनाव को रोकने के लिए बातचीत और कूटनीति के रास्ते की तलाश करनी होगी। उन्हें क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए भी काम करना होगा।