जो लोग भारतीय संगीत के शौकीन हैं, उनके लिए अरमान मलिक का नाम किसी पहचान का मोहताज़ नहीं है। अपनी मधुर आवाज़ और भावपूर्ण गीतों से लाखों दिलों को छूने वाले अरमान मलिक भारतीय संगीत उद्योग के एक चमकते सितारे हैं। उनकी कहानी प्रेरणा और प्रतिभा की एक गाथा है।
प्रारंभिक जीवन और संगीत की शुरुआत:
अरमान मलिक का जन्म 22 जुलाई 1995 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता डब्बू मलिक एक प्रसिद्ध संगीतकार हैं, जो संगीत की दुनिया में अरमान की रुचि पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बचपन से ही, अरमान को संगीत से गहरा लगाव था, और 4 साल की उम्र में ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया था।
संगीत की यात्रा:
2014 में, अरमान ने इम्तियाज़ अली की फ़िल्म "रॉकस्टार" में "तू जो मिला" गाने से अपनी बॉलीवुड शुरुआत की। यह गाना एक बड़ी हिट साबित हुआ, जिसने अरमान को रातोंरात स्टार बना दिया। इसके बाद, उन्होंने "वो हसीबना" (रॉय), "मैं रहूँ या ना रहूँ" (एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी), "बोल दो ना ज़रा" (अज़हर) और "बेसब्रियां" (एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी) जैसे कई अन्य हिट गाने गाए।
विश्व स्तरीय पहचान:
भारत में सफलता प्राप्त करने के बाद, अरमान ने वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई। 2017 में, वह "द वॉयस" के अमेरिकी संस्करण पर प्रदर्शन करने वाले पहले भारतीय गायक बने। उन्होंने शो में अपनी प्रतिभा और करिश्मे से दर्शकों और जजों को प्रभावित किया।
संगीत की शैली:
अरमान मलिक की संगीत शैली भावपूर्ण, रोमांटिक और प्रेरक गीतों की विशेषता है। उनकी आवाज में एक मीठा और मादक गुण है जो उनके गीतों को दिल छू लेने वाला बनाता है। वह एक बहुमुखी गायक हैं जो विभिन्न शैलियों और भाषाओं में गा सकते हैं।
पुरस्कार और सम्मान:
अरमान मलिक को उनके संगीत योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार, ज़ी सिने पुरस्कार और एमटीवी यूरोप म्यूजिक अवार्ड सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
सामाजिक योगदान:
अपने संगीत करियर के अलावा, अरमान सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। वह कई चैरिटी का समर्थन करते हैं और अक्सर सामाजिक मुद्दों के बारे में बात करते हैं। वह युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं और उन्हें अपने सपनों का पीछा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
निष्कर्ष:
अरमान मलिक भारतीय संगीत उद्योग के एक आइकॉन हैं। उनकी मधुर आवाज़ और भावपूर्ण गीतों ने लाखों लोगों के दिलों को छुआ है। उन्होंने अपने संगीत से न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उनकी कहानी प्रतिभा, जुनून और निरंतरता की एक प्रेरणादायक मिसाल है।