मास्टरमाइंड: कोच जिन्होंने चैंपियन बनाए



मशहूर कोच जिन्होंने एथलीटों को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया



खेल की दुनिया में, कोच नायकों के पीछे की असली ताकत होते हैं, जो उन्हें अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रशिक्षित और प्रेरित करते हैं। एथलीटों की सफलता की कहानियों में, अक्सर एक प्रतिभाशाली कोच की भूमिका छिपी रहती है, जिसने उन्हें सितारों की तरह चमकने में मदद की। यहाँ कुछ मशहूर कोचों की कहानियाँ दी गई हैं, जिन्होंने अपने एथलीटों को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँचाया:

पीटी उषा की मेंटर ओ.एम. नम्बियार

ओ.एम. नम्बियार, जिनके मार्गदर्शन में भारत की "पायोली एक्सप्रेस" पीटी उषा ने 11 एशियाई स्वर्ण पदक और 4 ओलंपिक पदक जीते। नम्बियार की प्रशिक्षण पद्धतियाँ अपने सख्त अनुशासन और तकनीकी सटीकता के लिए जानी जाती थीं। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उषा को एक विश्व स्तरीय धावक बनने में मदद की।

मिल्खा सिंह के गुरु गुरुदेव सिंह

"फ्लाइंग सिख" मिल्खा सिंह के कोच गुरुदेव सिंह ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें प्रशिक्षित किया। सिंह की सख्त प्रशिक्षण शैली और प्रेरक तकनीकों ने मिल्खा सिंह को हेलसिंकी ओलंपिक में चौथा स्थान दिलाया। सिंह ने मिल्खा सिंह को एक अनुशासित एथलीट बनने में मदद की, जिसने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया।

सानिया मिर्जा के कोच सोमदेव देववर्मन

टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने अपने कोच सोमदेव देववर्मन के मार्गदर्शन में ग्रैंड स्लैम जीता। देववर्मन की कोचिंग शैली उनकी तकनीकी विशेषज्ञता और मानसिक कठोरता पर ध्यान केंद्रित करने पर आधारित थी। उन्होंने सानिया को उनके खेल को अगले स्तर तक ले जाने और कई खिताब जीतने में मदद की।

विराट कोहली के मेंटर राहुल द्रविड़

भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने अपने कोच राहुल द्रविड़ से काफी कुछ हासिल किया है। द्रविड़ की कोचिंग शैली अनुशासन, समर्पण और तकनीकी कुशलता पर केंद्रित है। उन्होंने कोहली को एक जिम्मेदार और सफल क्रिकेटर बनने में मदद की। कोहली ने कई बार अपने सफलता का श्रेय द्रविड़ को दिया है।

नेहा शर्मा की ट्रेनर आर्जा ईरानी

भारतीय तैराकी की स्टार नेहा शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी कोच आर्जा ईरानी को दिया है। ईरानी की कोचिंग शैली उनके सख्त अनुशासन और तकनीकी सटीकता पर आधारित है। उन्होंने नेहा को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने के लिए प्रशिक्षित किया। ईरानी ने नेहा में आत्मविश्वास और हठ पैदा किया, जिसने उसे एक सफल तैराक बनने में मदद की।