Bengaluru की बारिश




बेंगलुरु की बारिश शहर के लिए एक वरदान और अभिशाप दोनों है। जबकि यह राहत लाता है और शहर को धूल और प्रदूषण से साफ करता है, यह यातायात जाम, जलभराव और बीमारी भी लाता है।

बरसात की शुरुआत:

बेंगलुरु में मानसून आमतौर पर जून के मध्य में शुरू होता है और सितंबर के मध्य तक रहता है। इस दौरान, शहर को दक्षिण-पश्चिम मानसून से भारी वर्षा मिलती है।

बारिश के फायदे:

  • बारिश शहर को ठंडा करती है और धूल और प्रदूषण को साफ करती है।
  • यह पौधों और जानवरों को पोषण प्रदान करता है।
  • यह जलाशयों को भरता है और भूजल के स्तर को बढ़ाता है।

बारिश के नुकसान:

  • बारिश यातायात जाम का कारण बनती है, जिससे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में घंटों लग जाते हैं।
  • यह जलभराव का कारण बनता है, जो मच्छरों को पनपने देता है और मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों को बढ़ाता है।
  • यह इमारतों और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा सकता है।

बारिश का प्रभाव:

बारिश का बेंगलुरु शहर पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। यह जीवन का एक तरीका है, और लोग इसे समायोजित करना सीख गए हैं। बारिश के दौरान, लोग अक्सर घर के अंदर रहते हैं और गर्म पेय पदार्थ और नाश्ता खाते हैं। वे वॉटरलॉगिंग से बचने के लिए ऊंचे स्थानों पर चले जाते हैं और यात्रा करते समय सावधानी बरतते हैं।

निष्कर्ष:

बेंगलुरु की बारिश शहर के लिए एक जटिल और विरोधाभासी घटना है। जबकि यह राहत और नवीनीकरण लाता है, यह चुनौतियां और खतरे भी लाता है। बेंगलुरु के लोगों ने बारिश के साथ जीना सीख लिया है, और वे इसके फायदे और नुकसान दोनों को स्वीकार करते हैं।