CLAT या कॉमन लॉ ऍडमिशन टेस्ट भारत में सबसे प्रसिद्ध लॉ कॉलेज में प्रवेश पाने का एक द्वार है। CLAT में बैठने वाले छात्रों की संख्या हर साल बढ़ती ही जा रही है।
CLAT छात्रों के लिए कई अवसर लेकर आता है। CLAT स्कोर के आधार पर छात्र देश के सबसे प्रतिष्ठित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले सकते हैं।
CLAT की तैयारी के लिए छात्रों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इस परीक्षा में हर साल लाखों छात्र बैठते हैं ऐसे में हजारों छात्रों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना बहुत ही मुश्किल है। CLAT की तैयारी के लिए छात्रों को न्यूज़पेपर, मैगज़ीन और किताबों के साथ-साथ ऑनलाइन संसाधनों का भी उपयोग करना चाहिए।
CLAT की तैयारी के लिए ऑनलाइन संसाधनों की भरमार है। छात्र अपनी सुविधा के अनुसार ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं। ऑनलाइन संसाधनों में छात्रों को मॉक टेस्ट, पिछले वर्षों का प्रश्नपत्र और प्रैक्टिस टेस्ट मिल जाते हैं।
CLAT की तैयारी के लिए छात्र क्लासेस और ट्यूटोरियल का भी उपयोग कर सकते हैं। क्लासेस और ट्यूटोरियल में छात्रों को एक्सपर्ट फैकल्टी द्वारा मार्गदर्शन मिलता है। एक्सपर्ट फैकल्टी छात्रों को CLAT की तैयारी करने में मदद करते हैं।
क्लासेस और ट्यूटोरियल में पढ़ाई करने से छात्रों को कई लाभ होते हैं। छात्रों को एक्सपर्ट फैकल्टी के साथ-साथ अन्य छात्रों के साथ भी डिस्कशन करने का मौका मिलता है। डिस्कशन से छात्रों के कॉन्सेप्ट ज़्यादा क्लियर होते हैं और छात्रों का कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है।
CLAT की तैयारी करने वाले छात्रों को नियमित रूप से मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस टेस्ट देने चाहिए। मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस टेस्ट देने से छात्रों को अपनी कमियों का पता चलता है और छात्र अपनी कमियों को दूर कर सकते हैं।
मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस टेस्ट देने से छात्रों को परीक्षा की तैयारी किस प्रकार करनी चाहिए, यह भी पता चलता है। छात्रों को परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस टेस्ट ज़रूर देने चाहिए।
CLAT की तैयारी करने वाले छात्रों को टाइम मैनेजमेंट पर भी ध्यान देना चाहिए। CLAT में छात्रों को 120 मिनट में 150 प्रश्न हल करने होते हैं। इसलिए छात्रों को टाइम मैनेजमेंट का ध्यान रखना ज़रूरी है।
छात्रों को समय का बुद्धिमानी से उपयोग करना चाहिए। छात्रों को उन प्रश्नों पर ज़्यादा समय नहीं देना चाहिए जो उन्हें नहीं आते हैं। छात्रों को पहले उन प्रश्नों को हल करने चाहिए जिन्हें वह अच्छे से जानते हैं।
CLAT की तैयारी करने वाले छात्रों को पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ पढ़ाई करनी चाहिए। छात्रों को कभी भी निराश नहीं होना चाहिए। छात्रों को हमेशा खुद पर भरोसा रखना चाहिए।
पॉजिटिव एटीट्यूड से छात्रों का कॉन्फिडेंस बढ़ता है। छात्रों को परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ पढ़ाई करनी चाहिए।
CLAT की तैयारी करने वाले छात्रों को कड़ी मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई करनी चाहिए। छात्रों को नियमित रूप से मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस टेस्ट देने चाहिए। छात्रों को टाइम मैनेजमेंट पर भी ध्यान देना चाहिए। पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ पढ़ाई करने से छात्र CLAT की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।