Delhi CM अतीशी: शिक्षा की जादूगरनी




अतीशी दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शिक्षा में क्रांति लाने के लिए जानी जाती हैं। दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए उन्होंने जो कदम उठाए हैं, उससे न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे देश में शिक्षा की दिशा बदलने की संभावना है।

अतीशी का जन्म दिल्ली में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। शुरुआत से ही उनकी पढ़ाई-लिखाई में बहुत रुचि थी। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ही शिक्षा में एमफिल की।

अतीशी का शिक्षा के प्रति जुनून बचपन से ही था। वह हमेशा अपने आसपास के बच्चों को पढ़ाती रहती थीं। ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने भारत लौटकर दिल्ली की झुग्गियों में बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। उनके इस काम को देखकर अरविंद केजरीवाल ने उन्हें आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।

आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद अतीशी को दिल्ली की शिक्षा मंत्री बनाया गया। शिक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने दिल्ली की सरकारी स्कूलों की सूरत बदल दी। स्कूलों में नए भवन बनाए गए, कक्षाओं को स्मार्ट क्लासरूम में बदला गया और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।

अतीशी का सबसे बड़ा योगदान दिल्ली के सरकारी स्कूलों में "हैप्पीनेस करिकुलम" लागू करना था। इस करिकुलम के तहत बच्चों को योग, ध्यान और आभार अभ्यास कराया जाता है। इसका उद्देश्य बच्चों में खुशी और संतोष की भावना विकसित करना है।

अतीशी के प्रयासों से दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजे बेहतर हुए हैं। कई सरकारी स्कूलों ने तो निजी स्कूलों को भी पीछे छोड़ दिया है। अतीशी की शिक्षा नीतियों की देश भर में सराहना की जा रही है। कई राज्यों ने दिल्ली की शिक्षा नीति को अपने यहां भी लागू किया है।

अतीशी दिल्ली के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्होंने साबित किया है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कुछ भी असंभव नहीं है। उनके नेतृत्व में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में जो क्रांति आई है, उसका असर आने वाले कई सालों तक दिखाई देगा।