Delhi Waqf Board administrator




क्या दिल्ली सरकार दिल्ली वक्फ बोर्ड का नियंत्रण केंद्र सरकार से अपने हाथ में लेना चाहती है? इस सवाल का जवाब हां में है, वरना दिल्ली वक्फ बोर्ड के एडमिनिस्ट्रेटर अश्विनी कुमार को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने का क्या मतलब? मामला 2018 का है. दिल्ली वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन अमानतुल्ला खान के खिलाफ गबन और घोटाले के आरोप लगे थे. जिसके बाद दिल्ली सरकार ने अमानतुल्ला खान को हटाकर आईएएस अश्विनी कुमार को दिल्ली वक्फ बोर्ड का एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त कर दिया था. अश्विनी कुमार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड की बागडोर संभालते ही बोर्ड से संबंधित कई कागजातों और दस्तावेजों की जांच शुरू करवा दी थी. इस जांच में दिल्ली वक्फ बोर्ड में कई बड़े घोटाले और गड़बड़ियां पाई गईं।
दिल्ली वक्फ बोर्ड की जांच करने के बाद एडमिनिस्ट्रेटर अश्विनी कुमार ने कई बड़ी कार्रवाई की. उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों को अवैध तरीके से कब्जाने वालों से वापस ले लिया और कई दुकानों को सील करवा दिया। इसके साथ ही एडमिनिस्ट्रेटर अश्विनी कुमार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के कई कर्मचारियों को निलंबित कर दिया और उन पर कार्रवाई की। एडमिनिस्ट्रेटर अश्विनी कुमार की इन कार्रवाइयों की वजह से दिल्ली वक्फ बोर्ड में हड़कंप मच गया है। अब दिल्ली वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन अमानतुल्ला खान अश्विनी कुमार के खिलाफ खुलकर बोलने लगे हैं।
पिछले दिनों अमानतुल्ला खान ने एडमिनिस्ट्रेटर अश्विनी कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह दिल्ली वक्फ बोर्ड का नियंत्रण केंद्र सरकार को देना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाया था कि वह दिल्ली वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर कब्जा करना चाहती है। अमानतुल्ला खान के इन आरोपों का एडमिनिस्ट्रेटर अश्विनी कुमार ने खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि वह दिल्ली वक्फ बोर्ड का नियंत्रण केंद्र सरकार को नहीं देना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि वह दिल्ली वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की रक्षा करेंगे। देखना होगा कि आने वाले दिनों में दिल्ली वक्फ बोर्ड को लेकर क्या कुछ बड़ा होने वाला है।