दिवाली के पावन त्यौहार पर घर-आँगन में रंगोली बनाने की प्रथा सदियों से चली आ रही है। रंगोली न केवल घर को सुंदर बनाती है, बल्कि यह सुख-समृद्धि और सकारात्मकता का भी प्रतीक है। रंगोली में प्रयुक्त विभिन्न रंगों का भी अपना अलग महत्व होता है।
लाल: शौर्य, साहस और खुशी का प्रतीक
पीला: उजाला, आशा और खुशहाली का प्रतीक
हरा: प्रकृति, जीवन और विकास का प्रतीक
नीला: शांति, सद्भाव और आकाश का प्रतीक
सफेद: पवित्रता, शांति और शुद्धता का प्रतीक
रंगोली बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्रियों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि रंगीन पाउडर, फूलों की पंखुड़ियाँ, अनाज और चावल। रंगोली बनाने के लिए कई अलग-अलग डिज़ाइन होते हैं, जो सरल से जटिल तक हो सकते हैं।
रंगोली बनाने की प्रक्रिया भी बहुत ही सुखदायक होती है। यह तनाव को कम करने और दिमाग को शांत करने में मदद करती है। रंगोली एक सामाजिक गतिविधि भी है, जहाँ परिवार और दोस्त मिलकर एक साथ रंगोली बनाते हैं और खुशी मनाते हैं।
दिवाली के अवसर पर रंगोली बनाना एक सुंदर परंपरा है जो सदियों से चली आ रही है। यह घर को सुंदर बनाने, सकारात्मकता लाने और खुशी फैलाने का एक शानदार तरीका है।
तो इस दिवाली पर, अपने घर-आँगन में रंगोली ज़रूर बनाएँ और इस पावन त्यौहार को पूरे उल्लास के साथ मनाएँ।