IPS संजीव भट्ट
क्या आप जानते हैं गुजरात के पूर्व IPS अधिकारी संजीव भट्ट को किस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है?
संजीव भट्ट एक विवादास्पद व्यक्ति रहे हैं जिन्होंने हमेशा अपने काम और बयानों के कारण सुर्खियां बटोरी हैं। 2002 के गुजरात दंगों के दौरान उनकी भूमिका को लेकर भी काफी चर्चा हुई थी।
भट्ट का जन्म 1 अक्टूबर, 1956 को गुजरात के भावनगर में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भावनगर से पूरी की और फिर गुजरात विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की।
1988 में, भट्ट भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए। उन्होंने गुजरात के विभिन्न जिलों में पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्य किया और अपनी ईमानदारी और कार्य के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे।
हालांकि, 2002 के गुजरात दंगों के दौरान उनकी भूमिका विवाद का विषय बन गई। भट्ट ने आरोप लगाया था कि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस अधिकारियों को दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया था।
भट्ट के इस आरोप से काफी विवाद पैदा हो गया और इसकी कई जांच एजेंसियों ने जांच की। हालांकि, भट्ट अपने दावे पर कायम रहे।
2011 में, भट्ट को गुजरात सरकार ने निलंबित कर दिया था। उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए और उन्हें कई बार गिरफ्तार किया गया।
2018 में, भट्ट को 1996 में एक व्यावसायी की मौत के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। भट्ट ने इस फैसले को चुनौती दी है और मामला वर्तमान में उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।
संजीव भट्ट एक विवादास्पद व्यक्ति रहे हैं, लेकिन उनकी ईमानदारी और सच्चाई की तलाश की भावना के लिए उनकी प्रशंसा भी की गई है। उनका जीवन एक प्रेरणा है और यह हमें याद दिलाता है कि भले ही परिणाम कुछ भी हो, हमेशा सच्चाई की रक्षा के लिए खड़ा होना चाहिए।