KBFC




आजकल भारतीय फुटबॉल का जाइंट किलर बन चुकी केरला ब्लास्टर्स (KBFC) ने अपने सफर की शुरुआत 2014 में इंडियन सुपर लीग (ISL) के उद्घाटन सत्र से की थी। कोच्चि, केरल में स्थित इस क्लब ने तब से लीग में एक मजबूत उपस्थिति स्थापित की है, जो अपने उत्साही प्रशंसकों के लिए जाना जाता है जिन्हें "येलो आर्मी" के रूप में जाना जाता है।
संस्थापना और शुरुआती वर्ष:
केरल ब्लास्टर्स की स्थापना 2014 में प्रशांत ठाकुर द्वारा की गई थी, जो एक पूर्व भारतीय फुटबॉलर हैं। क्लब के पहले मुख्य कोच डेविड जेम्स थे, जो इंग्लैंड के पूर्व अंतरराष्ट्रीय गोलकीपर थे। केबीएफसी ने आईएसएल के उद्घाटन सत्र में भाग लिया, जिसने भारतीय फुटबॉल परिदृश्य में क्रांति ला दी।
येलो आर्मी का जुनून:
केरल ब्लास्टर्स अपने प्रशंसकों के अटूट समर्थन से विशिष्ट है, जिन्हें "येलो आर्मी" के रूप में जाना जाता है। ये प्रशंसक अपने पसंदीदा क्लब के लिए अपने प्यार और जुनून के लिए जाने जाते हैं। केबीएफसी के घरेलू मैच अक्सर कोच्चि के जवाहरलाल नेहरू इंटरनेशनल स्टेडियम में 60,000 से अधिक प्रशंसकों की भीड़ से भरे रहते हैं, जो एक विद्युत वातावरण बनाते हैं।
प्रमुख खिलाड़ी और कोच:
केरल ब्लास्टर्स ने अपने इतिहास में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अपने लिए खेलते हुए देखा है, जिनमें इमैनुएल मिज, डायमंड रिंग, अल्फारो वाज़ और मिशेल ड्यूक शामिल हैं। वर्तमान टीम की कप्तानी भारतीय स्टार संदेश झिंगन कर रहे हैं। क्लब के कोचिंग स्टाफ का भी सम्मान किया जाता है, वर्तमान मुख्य कोच इवान वुकोमैनोविक हैं, जिन्हें सर्वियाई फुटबॉल में उनकी सफलताओं के लिए जाना जाता है।
सफलता और चुनौतियाँ:
केरल ब्लास्टर्स ने आईएसएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, तीन बार फाइनल में पहुँचे हैं, लेकिन अभी तक ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर सके हैं। हालाँकि, क्लब स्वदेशी प्रतिभाओं को विकसित करने के अपने प्रयासों के लिए भी जाना जाता है, और उन्होंने भारतीय फुटबॉल टीम के लिए कई खिलाड़ी तैयार किए हैं।
भविष्य के लिए आशा:
केरल ब्लास्टर्स एक उज्ज्वल भविष्य की ओर देख रहा है। येलो आर्मी के अडिग समर्थन और एक प्रतिभाशाली टीम के साथ, क्लब को आईएसएल ट्रॉफी जीतने की उम्मीद है और भारतीय फुटबॉल में अपनी विरासत को मजबूत करना जारी रखेगा।
एक प्रशंसक का दृष्टिकोण:
एक केरल ब्लास्टर्स प्रशंसक के रूप में, मुझे क्लब से मेरा जुड़ाव बहुत प्रिय है। जवाहरलाल नेहरू इंटरनेशनल स्टेडियम में मैच के दिन के रोमांच और येलो आर्मी के अविश्वसनीय जुनून को महसूस करने जैसा कुछ नहीं है। केबीएफसी एक ऐसा क्लब है जो मेरे दिल के बहुत करीब है, और मुझे विश्वास है कि इसका भविष्य उज्ज्वल है।