kho kho भारतीय उपमहाद्वीप में खेला जाने वाला एक पारंपरिक खेल है। यह एक टीम स्पोर्ट है जिसमें दो टीमें शामिल होती हैं, जिनमें से एक आक्रमण करती है और दूसरी बचाव करती है। आक्रमण करने वाली टीम के खिलाड़ी "चेज़र" होते हैं और बचाव करने वाली टीम के खिलाड़ी "पोलर" होते हैं।
खो-खो वर्ल्ड कप पहली बार 2017 में आयोजित किया गया था। टूर्नामेंट का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय खो-खो महासंघ (FKI) करता है। वर्तमान में, टूर्नामेंट दो साल में एक बार आयोजित किया जाता है।
खो-खो वर्ल्ड कप में भाग लेने वाली टीमें राष्ट्रीय खो-खो संघों द्वारा चयनित की जाती हैं। टूर्नामेंट में पुरुषों और महिलाओं दोनों की टीमें भाग लेती हैं।
खो-खो वर्ल्ड कप एक बहुत ही प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है। टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ खो-खो खिलाड़ी भाग लेते हैं।
खो-खो वर्ल्ड कप का इतिहास 2017 से शुरू होता है। टूर्नामेंट का पहला संस्करण महाराष्ट्र, भारत में आयोजित किया गया था। टूर्नामेंट में भारत, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका की टीमें शामिल हुईं। भारत ने टूर्नामेंट जीता।
खो-खो वर्ल्ड कप का दूसरा संस्करण 2019 में जालंधर, भारत में आयोजित किया गया था। टूर्नामेंट में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान और ईरान की टीमें शामिल हुईं। भारत ने फिर से टूर्नामेंट जीता।
खो-खो वर्ल्ड कप का तीसरा संस्करण 2022 में बेंगलुरु, भारत में आयोजित किया जाना है। टूर्नामेंट में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान की टीमें भाग लेंगी।
खो-खो वर्ल्ड कप नियम अंतर्राष्ट्रीय खो-खो महासंघ (FKI) द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
खो-खो का मैदान 27 मीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा होता है। मैदान को दो हिस्सों में बांटा जाता है। प्रत्येक भाग 13.5 मीटर लंबा होता है।
खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है, जिनमें से प्रत्येक में नौ खिलाड़ी होते हैं। एक टीम आक्रमण करती है और दूसरी टीम बचाव करती है।
आक्रमण करने वाली टीम का लक्ष्य सभी बचाव करने वाले खिलाड़ियों को "आउट" करना है। एक खिलाड़ी को "आउट" किया जाता है जब वह चेजिंग टीम के खिलाड़ी द्वारा छुआ जाता है या जब वह किसी पोल को छूता है।
बचाव करने वाली टीम का लक्ष्य आक्रमण करने वाले खिलाड़ियों को "आउट" करना है। एक आक्रमण करने वाला खिलाड़ी को "आउट" किया जाता है जब वह किसी पोल को छूता है या जब उसे बचाव करने वाले खिलाड़ी द्वारा छुआ जाता है।
खो-खो वर्ल्ड कप दो बार आयोजित किया गया है। टूर्नामेंट को दोनों बार भारत ने जीता है।
खो-खो वर्ल्ड कप 2022 बेंगलुरु, भारत में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट 15 से 25 अक्टूबर तक चलेगा।
टूर्नामेंट में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान की टीमें भाग लेंगी।
भारत टूर्नामेंट में खिताब का प्रबल दावेदार है। भारत ने खो-खो वर्ल्ड कप के पिछले दो संस्करण जीते हैं।
नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका भी टूर्नामेंट में मजबूत दावेदार हैं। ये तीनों टीमें पहले खो-खो वर्ल्ड कप में उपविजेता रही हैं।
पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान भी टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। तीनों टीमें हाल के वर्षों में अपनी खो-खो टीमों में सुधार कर रही हैं।
खो-खो वर्ल्ड कप 2022 एक बहुत ही रोमांचक टूर्नामेंट होने का वादा करता है। टूर्नामेंट में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खो-खो खिलाड़ी भाग लेंगे।
यदि आप खो-खो के प्रशंसक हैं, तो आप खो-खो वर्ल्ड कप 2022 में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और टीमों को देखने का मौका नहीं छोड़ना चाहेंगे।