Krishnakumar Kunnath 'KK' : दिलों की धड़कन बनकर अमर हो गए




भारतीय पार्श्व गायक "केके" पॉप दुनिया के एक ऐसे उभरते सितारे थे, जिन्हें लाखों लोगों का प्यार मिला। उनके गानों ने कई लोगों के दिलों को छुआ और वे एक ऐसी आवाज बन गए जिनकी गूँज आज भी हमारे दिलों में गूंजती है।

एक शानदार करियर की शुरुआत

  • 23 अगस्त, 1968 को दिल्ली में जन्मे कृष्णकुमार कुन्नाथ उर्फ "केके" ने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
  • संगीत के प्रति उनके जुनून ने उन्हें 1994 में मुंबई खींच लाया, जहां उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की।
  • उनका पहला एल्बम "पल" 1999 में रिलीज़ हुआ, जिसने उन्हें तुरंत पहचान दिलाई।

संगीत की विरासत

केके ने हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम सहित कई भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए।

  • उनके कुछ सबसे लोकप्रिय गीतों में "तुम मिले", "यादों के पर्दे", "आंखों में तेरी" और "दिल इबादत" शामिल हैं।
  • केके की आवाज को उनकी भावनात्मक गहराई और बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता था।
  • उन्होंने रोमांटिक बैलेड से लेकर ऊर्जावान पॉप ट्रैक तक विभिन्न प्रकार की शैलियों में महारत हासिल की।

अचानक और दुखद विदाई

केके का करियर अपने चरम पर था जब 31 मई, 2022 को कोलकाता में एक संगीत कार्यक्रम के बाद दिल का दौरा पड़ने से उनकी अचानक मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया और संगीत उद्योग में एक बड़ा शून्य छोड़ दिया।

एक अमिट विरासत

केके की विरासत उनके संगीत में जारी रहेगी, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित और भावविभोर करती रहेगी। उनकी आवाज अनगिनत लोगों के दिलों में गूँजती रहेगी, उन्हें उन अमूल्य क्षणों की याद दिलाती रहेगी जिन्हें उन्होंने अपने संगीत से समृद्ध किया।

केके, आप हमारे दिलों में हमेशा एक विशेष स्थान रखेंगे। आपकी आत्मा को शांति मिले।