मोहन राज का जन्म 1951 में, केरल के कोट्टायम जिले के वैकोम में हुआ था। वह एक प्रसिद्ध भारतीय फिल्म अभिनेता थे, जिन्हें मुख्य रूप से मलयालम फिल्मों में उनके काम के लिए जाना जाता था।
मोहन राज ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1980 के दशक में की थी, और जल्द ही वह मलयालम सिनेमा के सबसे लोकप्रिय खलनायकों में से एक बन गए। उन्होंने अपने करियर में 500 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें कुछ सबसे यादगार भूमिकाएँ "किरिदाम" (1989), "देवासुरम" (1993) और "वेलदन" (2001) जैसी फिल्मों में निभाई थीं।
मोहन राज की एक विशिष्ट आवाज और डराने वाली उपस्थिति थी, जो उन्हें खलनायक की भूमिकाओं के लिए आदर्श बनाती थी। वह अपने संवादों के नाटकीय अंदाज के लिए भी जाने जाते थे, जो अक्सर उनके पात्रों को और अधिक यादगार बना देते थे।
मोहन राज का निधन 3 अक्टूबर, 2024 को 70 वर्ष की आयु में हुआ था। उनका निधन मलयालम फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति थी, और उन्होंने अपने प्रशंसकों के बीच एक अमिट छाप छोड़ी।
अपनी यादगार भूमिकाओं, अद्वितीय आवाज और असाधारण प्रतिभा के साथ, मोहन राज हमेशा मलयालम सिनेमा के दिग्गजों में से एक के रूप में याद किए जाएंगे।