नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) की बैठक हाल ही में दिल्ली में हुई थी, जिसमें गठबंधन के सदस्य दलों के प्रमुख उपस्थित थे। बैठक को महत्वपूर्ण माना गया क्योंकि यह 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले गठबंधन की एकता और ताकत का प्रदर्शन था।
मोदी की नेतृत्व वाली एकता
बैठक में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एकता और सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि NDA एक "परिवार" है और हर सदस्य को चुनाव जीतने के लिए एक साथ काम करना चाहिए। उनकी बातों का गठबंधन के नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया, जो मोदी के नेतृत्व में अपने विश्वास को दर्शाता है।
भाजपा का प्रभुत्व
2024 का चुनाव
NDA की बैठक 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी पर भी केंद्रित थी। गठबंधन ने एक संयुक्त रणनीति बनाने पर चर्चा की और उस क्षेत्रवार रणनीति पर प्रकाश डाला जहां उन्हें अपनी ताकत को मजबूत करने की जरूरत है।
चुनावी मुद्दे
बैठक में, गठबंधन ने चुनावी मुद्दों पर भी चर्चा की, जिसमें आर्थिक विकास, नौकरियां और राष्ट्रीय सुरक्षा शामिल थी। NDA ने इन मुद्दों पर अपना रुख पेश किया और यह तर्क दिया कि वे देश के भविष्य के लिए सर्वोपरि हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर चर्चा
गठबंधन ने बैठक में अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर भी चर्चा की, जिसमें यूक्रेन संकट और भारत-चीन संबंध शामिल थे। NDA ने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति व्यक्त की और यह तर्क दिया कि भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत और स्वतंत्र आवाज होनी चाहिए।
भविष्य का मार्ग
NDA की बैठक ने गठबंधन के भविष्य के मार्ग की रूपरेखा तैयार की। गठबंधन एकजुट रहेगा और 2024 के चुनावों में एक मजबूत चुनौती पेश करेगा। NDA देश की प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।