Neetu David: क्रिकेट की दुनिया का सितारा




भारतीय क्रिकेट जगत में अगर किसी महिला खिलाड़ी ने अपनी गेंदबाजी से विपक्षी टीमों के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर किया हो तो वह निश्चित ही हैं नीतू डेविड। अपनी शानदार स्पिन गेंदबाजी से विरोधी टीमों को चित करने वाली नीतू डेविड ने भारतीय महिला क्रिकेट को नई पहचान दी।

1 सितंबर 1977 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्मी नीतू डेविड शुरुआत से ही पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ खेलों में भी काफी तेज थीं। बचपन से ही क्रिकेट के प्रति उनका लगाव साफ दिखाई देता था।

क्रिकेट करियर

नीतू डेविड ने साल 1995 में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। भारत के लिए उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में कुल 10 टेस्ट मैच और 97 वनडे मैच खेले। जिसमें उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया।

गेंदबाजी के रिकॉर्ड
- टेस्ट में 41 विकेट (बेस्ट बॉलिंग 8/53)
- वनडे में 141 विकेट (बेस्ट बॉलिंग 5/20)

अवॉर्ड और सम्मान

नीतू डेविड को उनके क्रिकेट करियर में कई पुरस्कारों और सम्मानों से नवाजा गया है। साल 2004 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें बीसीसीआई द्वारा साल 2015 में "सीके नायडू लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड" से सम्मानित किया गया था।

सेवानिवृत्ति के बाद

भारतीय महिला क्रिकेट टीम को कई सालों तक अपनी गेंदबाजी से मजबूत करने वाली नीतू डेविड ने साल 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। संन्यास के बाद वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम के विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं देती रहीं। इस समय वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मुख्य चयनकर्ता हैं।

निजी जीवन

नीतू डेविड का विवाह पूर्व भारतीय क्रिकेटर लॉरेंस डेविड से हुआ है, जो वर्तमान में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के राष्ट्रीय चयनकर्ता हैं।

नीतू डेविड ने अपने खेल और समर्पण से भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। वह उन सभी युवा लड़कियों के लिए एक आदर्श हैं जो क्रिकेट को अपना करियर बनाना चाहती हैं।