Priyank Kharge: राजनीति के उभरते सितारे




कांग्रेस राजनीति के उभरते हुए सितारे <Priyank Kharge, आज न सिर्फ़ कर्नाटक में बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय हैं। एक युवा और ऊर्जावान नेता, जिन्होंने अपने काम और समर्पण से काफ़ी कम समय में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है।

प्रियंका का जन्म 22 नवंबर 1978 को कर्नाटक के बीदर में हुआ था। उनके पिता, मल्लिकार्जुन खड़गे, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और वर्तमान में पार्टी के अध्यक्ष हैं। प्रियंका की माता, राधाबाई खड़गे, एक गृहिणी हैं।

प्रियंका ने अपनी स्कूली शिक्षा बीदर से पूरी की और फिर गुलबर्गा के गुलबर्गा विश्वविद्यालय से कला में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ़ सोशल वर्क (MSW) की उपाधि प्राप्त की।

प्रियंका ने राजनीति में अपना करियर 2008 में शुरू किया था, जब वह कांग्रेस की युवा शाखा, भारतीय युवा कांग्रेस के महासचिव बने। उन्होंने 2013 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ा और चित्तपूर विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की। तब से, वह लगातार तीन बार विधायक हैं।

2018 के विधानसभा चुनावों के बाद, प्रियंका को कर्नाटक सरकार में मंत्री बनाया गया। उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा खान और भूविज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विभागों का प्रभार दिया गया।

एक मंत्री के रूप में, प्रियंका ने कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की है, जिनमें युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम, महिलाओं के लिए स्व-सहायता समूहों का गठन और किसानों के लिए कृषि विकास योजनाएँ शामिल हैं। उन्होंने राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देने के लिए भी काम किया है।

प्रियंका अपने काम के प्रति समर्पण, जनता से जुड़ाव और समस्याओं को हल करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। वह एक ऊर्जावान और प्रेरक नेता हैं, जो कर्नाटक के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।

आने वाले वर्षों में, प्रियंका खड़गे से भारतीय राजनीति में एक उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद की जा रही है। उनका करिश्मा, समर्पण और नेतृत्व कौशल उन्हें देश के भविष्य के नेताओं में से एक बनाते हैं।