SEBI की बैठक




भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) देश की प्रमुख पूंजी बाजार नियामक संस्था है। इसकी स्थापना 1992 में प्रतिभूति बाजार के विकास और विनियमन के लिए की गई थी।

SEBI की भूमिका

SEBI के पास पूंजी बाजार में सभी मध्यस्थों, जिसमें स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर और निवेश कोष शामिल हैं, को विनियमित करने की शक्ति है। इसका मुख्य उद्देश्य निवेशकों की सुरक्षा, बाजार की अखंडता बनाए रखना और पूंजी जुटाने की प्रक्रिया को सुगम बनाना है।

SEBI की बैठकें
SEBI वर्ष में कई बार बोर्ड की बैठकें करता है। ये बैठकें आमतौर पर बोर्ड के सदस्यों और SEBI के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भाग लेते हैं। बैठकों में बाजार से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाती है और नए नियमों और विनियमों को अपनाया जाता है।
SEBI की हालिया बैठक
SEBI की हालिया बैठक 30 सितंबर, 2024 को हुई थी। बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
  • वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पूंजी बाजार का प्रदर्शन
  • विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा की जा रही निकासी
  • बाजार में अस्थिरता और निवेशकों की चिंताएँ
SEBI की बैठक का महत्व
SEBI की बैठकें पूंजी बाजार के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन बैठकों में लिए गए निर्णय बाजार के प्रतिभागियों और निवेशकों को प्रभावित करते हैं। बैठकें यह सुनिश्चित करने में भी मदद करती हैं कि बाजार निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करे।