SEMICON India 2024- निर्णायक चरण में भारतीय सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री
जैसे-जैसे वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है, भारत इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। सितंबर
2024 में आयोजित होने वाला
"SEMICON India 2024", इस महत्वाकांक्षा को साकार करने में एक निर्णायक क्षण होगा।
इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) की पहल पर आयोजित होने वाला
SEMICON India 2024, सरकारी अधिकारियों, उद्योग के दिग्गजों और वैश्विक विशेषज्ञों को एक मंच पर लाएगा। इसका उद्देश्य भारतीय सेमीकंडक्टर क्षेत्र को मजबूत करने, नवाचार को बढ़ावा देने और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक रोडमैप तैयार करना है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी और प्रमुख उद्योग जगत के नेताओं के भाषणों से इस आयोजन को और गरिमा मिलेगी। भारत को एक वैश्विक सेमीकंडक्टर हब के रूप में स्थापित करने के लिए आवश्यक प्रमुख रणनीतियों और पहलों पर व्यापक चर्चा होगी।
- भारतीय सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाना
SEMICON India 2024 का उद्देश्य भारतीय सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना है, जिसमें अनुसंधान और विकास (R&D), विनिर्माण और कौशल विकास शामिल हैं। सरकारी सहायता, नीतिगत सुधार और उद्योग सहयोग से, भारत को एक आकर्षक निवेश गंतव्य बनाने की उम्मीद है।
- नवाचार और तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देना
इस कार्यक्रम में नवाचार और तकनीकी उन्नति को बढ़ावा दिया जाएगा। स्टार्टअप, उद्यमी और अनुसंधान संस्थान अपने नवीनतम उत्पादों और समाधानों को प्रदर्शित करेंगे। यह सहयोग और विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जिससे भारतीय सेमीकंडक्टर उद्योग में महत्वपूर्ण प्रगति होगी।
- वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति मजबूत करना
SEMICON India 2024 वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति को मजबूत करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। विदेशी निवेश, तकनीकी हस्तांतरण और अंतरराष्ट्रीय भागीदारी को बढ़ावा देकर, भारत एक विश्वसनीय और प्रतिस्पर्धी सेमीकंडक्टर निर्माता बनने की आकांक्षा रखता है।
भारतीय सेमीकंडक्टर उद्योग के भविष्य को आकार देने में SEMICON India 2024 की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। भारत के पास एक मजबूत प्रतिभा पूल, अनुकूल सरकारी नीतियां और एक बढ़ता हुआ घरेलू बाजार है, जो इसे एक प्रमुख वैश्विक सेमीकंडक्टर केंद्र बनने की क्षमता देता है।