SM कृष्णा: दक्षिणी राजनीति का एक चमकता सितारा




कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री SM कृष्णा भारतीय राजनीति में एक अग्रणी व्यक्ति रहे हैं। वह अपनी दूरदर्शिता, राजनीतिक कौशल और आम जनता से जुड़ने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।

  • प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
  • एसएम कृष्णा का जन्म 1 मई, 1932 को कर्नाटक के मांड्या जिले के मद्दुर में हुआ था। उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

  • राजनीतिक करियर:
  • कृष्णा ने 1960 के दशक में राजनीति में प्रवेश किया और कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। वह जल्द ही कर्नाटक के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख व्यक्ति बन गए, विभिन्न मंत्री पदों पर कार्य करते हुए। 1999 में, उन्हें कर्नाटक का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया, एक ऐसा पद उन्होंने 2004 तक संभाला।

  • मुख्यमंत्री के रूप में उपलब्धियां:
  • मुख्यमंत्री के रूप में, कृष्णा ने कर्नाटक के विकास और आर्थिक समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में शामिल हैं:

    • सूचना प्रौद्योगिकी (IT) उद्योग का विस्तार
    • बुनियादी ढांचे और सामाजिक क्षेत्रों में भारी निवेश
    • राज्य में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देना
  • राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका:
  • कर्नाटक में अपने सफल कार्यकाल के बाद, कृष्णा राष्ट्रीय राजनीति में शामिल हो गए। उन्होंने 2009 से 2012 तक विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया। इस भूमिका में, उन्होंने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

  • व्यक्तिगत गुण:
  • एसएम कृष्णा को उनके करिश्मे, बुद्धि और आम लोगों के साथ जुड़ने की क्षमता के लिए जाना जाता है। वह एक कुशल वक्ता हैं और उनके पास जटिल मुद्दों को स्पष्ट और संक्षिप्त तरीके से समझाने की अद्वितीय क्षमता है।

  • विरासत:
  • एसएम कृष्णा कर्नाटक और भारतीय राजनीति में एक स्थायी विरासत छोड़ गए हैं। उन्हें दक्षिणी राजनीति के एक चमकते सितारे के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने राज्य और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

आज, एसएम कृष्णा एक सेवानिवृत्त राजनेता हैं जो विभिन्न सामाजिक और धर्मार्थ गतिविधियों में शामिल हैं। वह भारतीय राजनीति में एक प्रतिष्ठित और सम्मानित व्यक्ति बने हुए हैं, और उनकी विरासत आने वाले कई वर्षों तक प्रेरणा देती रहेगी।