हैदराबाद की टीम ने इस सीज़न की शुरुआत अच्छी की, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही कमज़ोर पड़ती गई। इस बीच, पंजाब किंग्स भी शुरू से ही संघर्ष करती रही, और टीम कभी भी लय हासिल नहीं कर पाई।
हैदराबाद की टीम इस सीज़न में सिर्फ़ 6 मैच जीत सकी, जबकि पंजाब किंग्स ने 7 मैच जीते। दोनों टीमों की सबसे बड़ी समस्या बल्लेबाज़ी रही, और दोनों ही टीमों के बल्लेबाज लगातार विकेट गंवाते रहे।
गेंदबाज़ी में भी दोनों टीमें निराशाजनक रहीं। पंजाब किंग्स के गेंदबाज ज़्यादा विकेट नहीं ले पाए, जबकि हैदराबाद की गेंदबाज़ी यूनिट लगातार रन लुटाती रही।
दोनों टीमों के लिए अगला सीज़न महत्वपूर्ण होगा, और उन्हें अपनी कमियों को दूर करने और मज़बूत टीम के रूप में उभरने की ज़रूरत होगी।
विलियमसन का कप्तानी रिकॉर्ड ज़्यादा अच्छा नहीं रहा है, और अगले सीज़न में टीम को एक नए कप्तान की ज़रूरत पड़ सकती है।
अग्रवाल की बल्लेबाज़ी निराशाजनक रही है, और टीम अगले सीज़न में उनके विकल्प तलाश सकती है।
दोनों टीमों के लिए आने वाला समय चुनौतीपूर्ण होगा, और यह देखना होगा कि अगले सीज़न में वे किस तरह का प्रदर्शन करती हैं।