Surya Grahan 2024: जानिए सूर्य ग्रहण की तिथि, समय और प्रभाव




आकाश में होने वाली खगोलीय घटनाओं में से एक, सूर्य ग्रहण, 8 अप्रैल, 2024 को होने जा रहा है। इस साल का यह पहला सूर्य ग्रहण है, जिसे भारत और दुनिया के कुछ हिस्सों से देखा जा सकेगा।

सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है। इस दौरान चंद्रमा सूर्य के सामने आ जाता है, जिससे सूर्य की रोशनी को अवरुद्ध कर देता है।

सूर्य ग्रहण 2024 की तिथि और समय

  • तिथि: 8 अप्रैल, 2024
  • ग्रहण का प्रकार: पूर्ण सूर्य ग्रहण
  • पूर्ण ग्रहण का समय: 12:16 अपराह्न से 12:48 अपराह्न तक
  • आंशिक ग्रहण का समय: 11:08 अपराह्न से 02:25 अपराह्न तक

सूर्य ग्रहण के प्रभाव

सूर्य ग्रहण का विभिन्न प्रकार के प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • तापमान में अस्थायी कमी: सूर्य ग्रहण के दौरान, सूर्य की रोशनी अवरुद्ध होने से पृथ्वी पर तापमान में अस्थायी कमी आ सकती है।
  • पक्षियों और जानवरों का व्यवहार: सूर्य ग्रहण के दौरान, पक्षी और जानवर असामान्य व्यवहार प्रदर्शित कर सकते हैं, जैसे सो जाना या आश्रय लेना।
  • मानव स्वास्थ्य: सूर्य ग्रहण के दौरान, सूर्य की हानिकारक किरणों से आंखों की सुरक्षा करना महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञ इस दौरान सुरक्षा चश्मा या पिनहोल प्रोजेक्टर का उपयोग करने की सलाह देते हैं।

भारत में सूर्य ग्रहण की दृश्यता

8 अप्रैल, 2024 का सूर्य ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों से पूर्ण सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा, जबकि अन्य हिस्सों से आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा। पूर्ण सूर्य ग्रहण राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा।

सुरक्षा सावधानियां

सूर्य ग्रहण के दौरान सुरक्षा सावधानियां बरतना अत्यंत महत्वपूर्ण है। सूर्य की हानिकारक किरणों से आंखों की सुरक्षा के लिए, विशेषज्ञ निम्नलिखित सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हैं:

  • सूर्य ग्रहण को सीधे न देखें।
  • सुरक्षा चश्मे या पिनहोल प्रोजेक्टर का उपयोग करें।
  • सूरज की छाया में रहें या घर के अंदर रहें।
  • अपनी त्वचा को सनस्क्रीन से सुरक्षित करें।

संस्कृति और परंपरा

सूर्य ग्रहण विभिन्न संस्कृतियों में एक महत्वपूर्ण घटना है। कई संस्कृतियों में, सूर्य ग्रहण को देवी-देवताओं से जुड़े एक पवित्र और शुभ समय माना जाता है। इस दौरान लोग अनुष्ठान करते हैं और विशेष पूजा करते हैं।

इसके अतिरिक्त, कुछ संस्कृतियों में, सूर्य ग्रहण को अशुभ घटनाओं से जोड़ा जाता है। ऐसी मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान बुरी आत्माएं सक्रिय होती हैं और नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है।

हालांकि सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है, लेकिन इसका सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व सदियों से रहा है। यह एक ऐसा समय है जब लोग प्रकृति की शक्ति पर विचार करते हैं और अपने विश्वासों और मूल्यों को प्रतिबिंबित करते हैं।