रही हैं, खासतौर से नाटू नाटू गाने को लेकर वहां के दर्शकों का क्रेज ही अलग रहा। हालांकि फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म के मुख्य गानों पर भारी है। फिल्म का मुख्य सूत्र दोनों मुख्य कलाकारों के बीच का भावुक बंधन है और बड़े परदे पर इस तरह की कहानियां का दौर लौटता दिख रहा है। सोलो हीरो की फिल्मों को बदले परिदृश्य में हिट कराना अब आसान नहीं होगा। अगर आपने फिल्म को शुक्रवार की सुबह सुबह देखने की टिकटें बुक करा रखी हैं तो आपका फैसला शायद गलत नहीं होगा। Sports News in Hindi 'अमर उजाला' के समीक्षक पंकज शुक्ल का रिव्यू भी फिल्म के हिंदी संस्करण का पहला शो खत्म होते ही आपके सामने होगा।चीन में इस सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 737 विमान का दूसरा ब्लैक बॉक्स मिल गया है। चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस के विमान का पहला ब्लैक बॉक्स बुधवार को ही क्षतिग्रस्त हालत में बरामद कर लिया गया था। हालांकि, शुक्रवार तक चार दिन की खोज के बाद भी दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवार 132 यात्रियों में से किसी के जिंदा बच निकलने खबर नहीं है। चीन की सरकार ने सभी यात्रियों को मृत मानकर उनके शव खोजने की कवायद जारी रखी है।
राहत-बचाव कार्यों में क्यों आ रही दिक्कतें? चीन की मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ग्वांगझू के पास गुआंक्सी शहर में जिस जगह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, वह घना जंगल है और फिलहाल इस जगह पर मौसम बेहद खराब है। गुआंक्सी में बीते दिनों में एक भयानक तूफान भी आ चुका है, जिसके चलते राहत-बचाव कार्य में खासी दिक्कतें आई हैं। हालांकि, इस बीच भी बचावकर्मियों ने बुधवार को एक ब्लैक बॉक्स हासिल कर लिया था। पहले ब्लैक बॉक्स के डेटा का विश्लेषण जारी दुर्घटनाग्रस्त विमान का पहला ब्लैक बॉक्स बुधवार को ही बरामद कर लिया गया था। इसे डीकोड करने के लिए बीजिंग स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया है और डेटा का विश्लेषण जारी है। चीन के नागरिक विमानन प्रशासन के विमानन सुरक्षा कार्यालय ने उम्मीद जताई है कि क्षतिग्रस्त ब्लैक बॉक्स से भी उन्हें हादसे को लेकर काफी जानकारी मिल सकती है,
क्योंकि इस बॉक्स या कॉकपिट रिकॉर्डर में इंजन की आवाज, ऑडियो अलर्ट और बैकग्राउंड साउंड कैद हो जाते हैं। इसके मिलने से दुर्घटना का उचित कारण पता चल सकता है।किसी के जिंदा बचने निकलने के सुराग नहीं चीन के कुनमिंग शहर से गुआनझो जा रहा 'चाइना ईस्टर्न' का विमान बोईंग 737-800 वुझोउ शहर के एक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ज़िंदगी में कुछ भी तत्काल नहीं होता. रूसी राष्ट्रपति के हर कदम पर सैकड़ों बॉडीगार्ड बारीकी से नजर रखते हैं, जो 24 घंटे उनके साथ रहते हैं.उनका खाना चुपके से तैयार किया जाता है और वह जो कुछ भी पीते हैं उसे पहले उनके निकटतम सलाहकार जांचते हैं. केजीबी के पूर्व अधिकारी पुतिन के आस-पास मौजूद ख़तरों के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं, खासकर युद्ध के समय में.