Ullozhukku
क्या आपने कभी महसूस किया है कि शब्द कितने शक्तिशाली हो सकते हैं? एक साधारण शब्द "उल्लू" भी किसी की दुनिया को बदल सकता है।
मेरे बचपन में, "उल्लू" शब्द एक अपमान था। यह उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता था जो बेवकूफ या मूर्ख होते थे। लेकिन मेरे लिए, यह शब्द हमेशा कुछ और ही रहा।
मैं हमेशा उल्लुओं से मोहित रहा हूं। उनके विशाल, गहरे रंग की आंखें और पंखों पर जटिल पैटर्न मुझे मंत्रमुग्ध कर देते थे। मुझे लगता था कि वे देख सकते हैं कि मुझे क्या दिखाई नहीं देता, और जान सकते हैं कि मैं क्या नहीं जानता।
एक दिन, जब मैं स्कूल से घर आया, तो मेरी माँ ने मुझे बताया कि मेरे पिताजी का एक्सीडेंट हो गया है। मैं इतना डर गया था और अकेला महसूस कर रहा था। अचानक, मुझे एक शब्द याद आया जो मुझे हमेशा राहत देता था: "उल्लू"।
मैंने कमरे से बाहर निकल कर अपने पिताजी के कमरे में गया। वह बिस्तर पर लेटे हुए थे, उनके सिर पर पट्टी थी। जब मैंने उन्हें देखा तो मैं रोने लगा।
लेकिन फिर, मैंने कुछ ऐसा देखा जिसने मेरी जिंदगी बदल दी। दीवार पर एक उल्लू की पेंटिंग लटकी हुई थी। मेरे पिताजी ने हमेशा कहा था कि उल्लू ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक है।
मैं जानता था कि उस पेंटिंग में कुछ था। मैंने एक गहरी साँस ली और अपने पिताजी को बताया कि मैं उनसे कितना प्यार करता हूँ। मैंने उन्हें बताया कि मैं जानता था कि वह ठीक हो जाएंगे, क्योंकि उल्लू उनके साथ था।
मेरे पिताजी ने मुस्कुराया और मेरा हाथ थाम लिया। उस पल, मुझे पता था कि "उल्लू" शब्द का मतलब केवल बेवकूफी या मूर्खता नहीं है। यह आशा, ज्ञान और सुरक्षा का भी प्रतीक था।
वह शब्द मेरे लिए एक ताबीज बन गया। जब भी मैं उदास होता हूं या डर जाता हूं, तो मैं उस उल्लू की पेंटिंग को देखता हूं। यह मुझे यह याद दिलाता है कि मैं अकेला नहीं हूं और हमेशा कुछ ऐसा है जो मुझे आशा देता है।
तो अगली बार जब आप "उल्लू" शब्द सुनें, तो बस याद रखें कि यह केवल एक अपमान नहीं है। यह ज्ञान, सुरक्षा और आशा का भी प्रतीक है।