UPSC चेयरमैन मनोज सोनी
ज़िंदगी का मकसद सिर्फ़ पैसा कमाना नहीं होता...
यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। उन्होंने यूपीएससी में न केवल सर्वोच्च पद संभाला है बल्कि अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण सुधार भी शुरू किए हैं।
बचपन और शिक्षा
मनोज सोनी का जन्म 1964 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के एक छोटे से गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूलों में प्राप्त की और फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में एम.ए. किया।
यूपीएससी में करियर
मनोज सोनी ने 1987 में यूपीएससी परीक्षा पास की और भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत उत्तर प्रदेश कैडर से की। उन्होंने विभिन्न जिलों में जिला मजिस्ट्रेट और अन्य वरिष्ठ पदों पर काम किया।
2008 में, उन्हें केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त किया गया और उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। इसके बाद, उन्होंने विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में भी काम किया।
यूपीएससी चेयरमैन के रूप में
अगस्त 2019 में, मनोज सोनी को यूपीएससी का चेयरमैन नियुक्त किया गया। चेयरमैन के रूप में, उन्होंने कई महत्वपूर्ण पहल शुरू कीं, जिनमें शामिल हैं:
* परीक्षा प्रारूप में संशोधन
* परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाना
* उम्मीदवारों के लिए सुविधाओं में सुधार
व्यक्तिगत जीवन
मनोज सोनी का विवाह शशि सोनी से हुआ है। उनके दो बच्चे हैं। सोनी को किताबें पढ़ना, संगीत सुनना और यात्रा करना पसंद है।
समाज के लिए संदेश
मनोज सोनी का मानना है कि ज़िंदगी का मकसद सिर्फ़ पैसा कमाना नहीं होता है। जीवन में कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे समाज को लाभ हो। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने लक्ष्यों को पाने के लिए कड़ी मेहनत करें और कभी भी हार न मानें।
कॉल टू एक्शन
यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी की कहानी हमें प्रेरित करती है कि हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें। हम सभी के पास कुछ ऐसा करने की क्षमता है जिससे दुनिया को बेहतर बनाया जा सके। आइए हम सभी अपने हिस्से का योगदान दें और एक बेहतर समाज बनाने की दिशा में काम करें।